अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के बीच होने वाली मुलाकात से पहले उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु परीक्षण स्थल को बंद करने की घोषणा की है. उत्तर कोरियाई सरकारी मीडिया के मुताबिक किम जोंग उन के इशारों पर परमाणु परीक्षण स्थल को खत्म करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.
उत्तर कोरिया की आधिकारिक स्टेट मीडिया एजेंसी KCNA (कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी) के मुताबिक उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु परीक्षण स्थल को बंद करने की कवायद शुरू कर दी है. इसके लिए 23 मई और 25 मई के बीच का समय तय किया गया है. पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता रखने के लिए उत्तर कोरिया के अलावा चीन, रूस, अमेरिका, ब्रिटेन और दक्षिण कोरिया के पत्रकारों को भी मौके पर रहने की अनुमति दी गई है.
उत्तर कोरिया द्वारा की गई इस घोषणा को ट्रंप और किम की मुलाकात से जोड़कर देखा जा रहा है. उत्तर कोरिया के इस कदम पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने खुशी जाहिर की है और इस घोषणा के लिए किम जोंग उन को धन्यवाद भी कहा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘उत्तर कोरिया ने 12 जून को होने वाले शिखर सम्मेलन की बैठक से पहले अपने परमाणु परीक्षण स्थल को खत्म करने की घोषणा की है. एक बहुत ही स्मार्ट और उदार संकेत के लिए धन्यवाद!’
उत्तर कोरिया द्वारा यह घोषणा अमेरिका के उस बयान के बाद की गई है, जिसमें ट्रंप के विदेश मंत्री ने कहा था कि अगर उत्तर कोरिया अपने परमाणु शस्त्रागार को त्यागने को तैयार हो तो अमेरिका उसकी लघु अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में उसकी सहायता करेगा. विदेश मंत्री ने कहा, ‘अगर उत्तर कोरिया निरस्त्रीकरण के लिए तत्काल कड़े कदम उठाए तो अमेरिका उत्तर कोरिया को समृद्ध बनाने में उसकी सहायता करने के लिए तैयार है.’ उन्होंने यह बात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के बीच 12 जून को होने वाली ऐतिहासिक बैठक की तैयारियों के लिए दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री कांग क्युंग वाह से वार्ता के बाद कही.
सिंगापुर में होगी दोनों नेताओं की मुलाकात
बता दें कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन के साथ 12 जून को सिंगापुर में होने वाली अपनी शिखर बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे. व्हाइट हाइस के उप प्रेस सचिव राज शाह ने बताया कि सिंगापुर को इस ऐतिहासिक मुलाकात के लिए इसलिए चुना गया है, क्योंकि इसके दोनों देशों से राजनीतिक संबंध हैं.
उन्होंने कहा, ‘सिंगापुर के अमेरिका और उत्तर कोरिया दोनों से संबंध हैं. वे राष्ट्रपति और किम जोंग उन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही निष्पक्ष माहौल भी उपलब्ध कराएंगे.’ उन्होंने बताया कि शिखर बैठक का निमंत्रण स्वीकार करने से पहले उत्तर कोरिया ने अपने बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण, परमाणु परीक्षण रोकने और अमेरिका एवं दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास का सार्वजनिक रूप से विरोध नहीं करने पर रजामंदी जताई थी.