मंत्री ने किया जांच कराने से इनकार
रायपुर : छत्तीसगढ़ की विधानसभा में मंगलवार को शराब की बिक्री के मामले में विपक्ष ने 2900 करोड़ रुपये का गबन का आरोप लगाया। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के विधायक धर्मजीत सिंह ने मामला उठाते कहा कि सरकार के जवाब में बताया गया है कि 11 हजार 128 करोड़ रुपये की शराब सरकारी दुकान से बेची गई और कोषागार में 8 हजार 278 करोड़ रुपये जमा हुआ है। ऐसी स्थिति में 2856 करोड़ रुपये कहां गए? विपक्षी विधायक के सवाल का जवाब देते हुए आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि 2856 करोड़ रुपये शराब खरीदी, शराब के परिवहन जैसे मदों में खर्च किये गए हैं।
जवाब से असंतुष्ट विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि ये आपकी दुकान नहीं है कि सरकारी पैसा खर्च कर देंगे। पहले ये पैसा कोषागार में जमा होना चाहिए था, इसमें बड़ा घोटाला हुआ है, इसकी जांच कराई जानी चाहिए। मैं इसकी मांग करता हूं। इससे इनकार करते हुए मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि इस मामले में किसी तरह की जांच की जरूरत नहीं है। शराब खरीदने में राशि खर्च की गई है।
धर्मजीत सिंह ने मंत्री पर गलतबयानी का आरोप लगाते हुए कहा कि 2856 करोड़ रुपये कोषालय में जमा हुआ ही नहीं है। सरकार के रिकॉर्ड में ये बिक्री नहीं आई है। महासमुंद में नौ करोड़ रुपये की अब तक की वसूली नहीं हुई है। आप धान के लिए परेशान हो रहे हैं। लेकिन इस विभाग में ही 2900 करोड़ रुपये का गबन हो रहा है। धर्मजीत सिंह ने सदन की समिति से जांच की मांग की, जिस पर स्पीकर ने कहा कि मैं इस पर विचार कर लूंगा।