बेगूसराय : केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह ने राष्ट्रीय डेयरी दिवस के अवसर पर मंगलवार को श्वेत क्रांति के जनक वर्गीज कुरियन को याद किया है। गिरिराज सिंह ने कहा कि वर्गीज कुरियन भारत को विश्व में सबसे अधिक दूध निर्माता बनाने के जनक हैं तथा वे सदैव याद किए जाते रहेंगे। गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर कहा कि भारत दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर है। 2013-14 के मुकाबले 2018-19 में दूध उत्पादन में 36.35 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। नए ट्रेंड बता रहे हैं कि देश में वैश्विक स्तर पर डेयरी क्षेत्र में एंटरप्रेन्योरशिप की अपार संभावनाएं हैं। दूध उत्पादन में वृद्धि से प्रति व्यक्ति उपलब्धता में भी परिवर्तन आया है। 2013-14 में जहां प्रत्येक व्यक्ति के लिए 307 ग्राम दूध उपलब्ध था वहीं, 2018-19 में प्रत्येक व्यक्ति के लिए 394 ग्राम दूध उपलब्ध होने लगा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पशुपालकों के कल्याण के लिए विभिन्न स्तरों पर काम कर रही है। इम्ब्रायो ट्रांसफर, इन विट्रो फर्टिलाइजेशन सेंटर, गोकुल ग्राम, राष्ट्रीय कामधेनु ब्रीडिंग सेंटर, पशु आधार, ई पशुहाट पोर्टल, कृषि कल्याण अभियान तथा राष्ट्रीय ए-वन कार्यक्रम के माध्यम से पशुपालकों का समग्र विकास किया जा रहा है। इससे दूध उत्पादन में वृद्धि होगी और उत्पादन में वृद्धि होने से पशुपालकों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
उन्होंने कहा कि देश में डेयरी की बड़ी समस्या बछड़ा है। इसके लिए प्रथम चरण में गिर नस्ल की बछिया का 22 लाख डोज सीमेन मंगाया जा रहा है। पशुओं में सेरोगेट मदर टेक्नोलॉजी के लिए ईटी टेक्नोलॉजी शुरू हो रहा है। देश में करीब 20 करोड़ गाय-बैल और दस करोड़ भैंस हैं, जिसमें से छत्तीसगढ़, झारखंड और महाराष्ट्र के नॉनडिस्क्रिप्ट नस्ल की गाय का सुधार होना है। पशुओं में भी ईवीएफ टेक्नोलॉजी का सहारा लिया जा रहा है। जीडीपी में डेयरी का योगदान 6.4 प्रतिशत है। 2016-17 में देश में एक लाख 65 हजार 304 करोड़ रुपये के गेहूं और दो लाख 53 हजार नौ सौ दो करोड़ रुपए के धान का उत्पादन हुआ था। दूध का उत्पादन छह लाख 14 हजार तीन सौ 87 करोड़ का था। देसी गाय को बढ़ावा देने के लिए 40 लीटर से अधिक दूध देने वाली भारतीय नस्ल का इम्ब्रायो ब्राजील से लाया जा रहा है।