यूपी के किसानों ने कलेक्ट्रेट में हंगामा किया, डीएम से नहीं मिला कोई आश्वासन
बागपत : यूपी-हरियाणा सीमा विवाद और ज्यादा बढ़ने के आसार हैं। हरियाणा के किसानों द्वारा जमीन उजाड़ने से गुस्साए यूपी के किसानों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट में हंगामा किया। मेरठ मंडल की कमिश्नर ने यूपी-हरियाणा विवाद निपटाने के सख्त आदेश दिए हैं लेकिन जिलाधिकारी ने बगैर कोई आश्वासन दिए किसानों को कलेक्ट्रेट ऑफिस से टरका दिया। तहसील खेकड़ा क्षेत्र के नंगला बहलोलपुर गांव के किसानों की फसल हरियाणा के किसानों ने 21 नवम्बर को उजाड़ दी थी। शिकायतों के बाद भी यमुना खादर में खून-खराबे के आसार बने हुए हैं। सोमवार को किसान जिलाधिकारी से मिले तो उन्होंने हाईकोर्ट के भरोसे छोड़कर मामला हारियाणा प्रशासन पर डालकर मामले से छुटकारा पा लिया। किसानों का आरोप है कि जिलाधिकारी हमारे मरने का इंतजार कर रहे हैं। शायद उसके बाद ही सुनवाई होगी।
एक तरफ अधिकारी यूपी-हरियाणा सीमा विवाद निपटाने की बात करते हैं जिसके चलते 4 दिन पूर्व ही बागपत कलेक्ट्रेट में दोनों राज्यों के अधिकारियों की बैठक हुई थी। बैठक में विवाद निपटाने के लिए योजना बनाई गई थी लेकिन उसके दो दिन बाद ही 21 नवम्बर को हरियाणा के किसानों ने यूपी के किसानों की फसल उजाड़ दी जिससे बागपत के किसानों में काफी आक्रोश है। इस मामले में कोई सख्त कार्रवाई न होने से गुस्साए किसान आज कलेक्ट्रेट पहुंचे लेकिन डीएम ने उनकी एक न सुनी और टरका दिया जबकि बागपत भ्रमण पर आई मेरठ मंडल की कमिश्नर ने मामले में कार्रवाई करने की बात कही थी।
तो यह है मामला…
तहसील खेकड़ा क्षेत्र के नंगला बहलोलपुर गांव निवासी किसानों की यमुना खादर क्षेत्र में 21 नवम्बर को हरियाणा के किसानों ने दो दर्जन से अधिक ट्रैक्टरों से हजारों बीघा गेहूं की फसल बर्बाद कर दी थी। इसके बाद किसानों ने गांव में पंचायत करके आर-पार की लड़ाई लड़ने की चेतावनी दी। जिले के अधिकारियों से मामले की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई जिससे गुस्साये किसान आज कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।