राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से होगी सत्र की शुरुआत
डॉ.भीमराव आम्बेडकर के सिद्धांतों पर दोनों सदनों में होगी चर्चा
लखनऊ : संविधान दिवस के अवसर पर 26 नवम्बर को उत्तर प्रदेश विधान मंडल का विशेष सत्र आहुत होगा। सत्र की शुरुआत राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण से होगी।विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के अनुसार प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल मंगलवार को पूर्वाह्न 11 बजे राज्य विधान मंडल के एक साथ समवेत दोनों सदनों के समक्ष अपना अभिभाषण प्रस्तुत करेंगी। इसके बाद संविधान को अंगीकार किये जाने की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर संविधान की उद्देशिका में अन्तर्निहित तत्वों एवं संवैधानिक मूल कर्तव्यों तथा संविधान के वास्तुकार डॉ. भीमराव आम्बेडकर के सिद्धांतों पर दोनों सदनों (विधानसभा व विधान परिषद) में चर्चा होगी। चर्चा का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। संविधान दिवस के अवसर पर आहूत हो रहे इस विशेष सत्र में प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टियां समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस के भी हिस्सा लेने की संभावना है। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित का कहना है कि सभी दलों के नेताओं ने इस विशेष सत्र में भाग लेने का वादा किया है।
गौरतलब है कि महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती पर पिछले दो अक्टूबर को भी विधानमण्डल का विशेष सत्र आहूत हुआ था, जो लगातार 36 घंटे तक चला था लेकिन सपा, बसपा और कांग्रेस ने उसका बहिष्कार किया था। मंगलवार के विशेष सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ने आज कार्यमंत्रणा समिति की बैठक भी की। उधर, संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर विधान भवन को अच्छी तरह से सजाया गया है। शाम होते ही बिजली के झालरों से पूरा विधान भवन चमकने लगा। विशेष सत्र के मद्देनजर विधान मंडल के अंदर और बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं।