नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को देशवासियों द्वारा स्वीकार किये जाने पर एक बार फिर से धन्यवाद देते हुए कहा कि 130 करोड़ भारतीयों ने फिर से यह साबित कर दिया कि उनके लिए देशहित से बढ़कर कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर जब फैसला आया तो पूरे देश ने उसे दिल खोलकर गले लगाया। पूरी सहजता और शांति के साथ स्वीकार किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में कहा कि लम्बे समय के बाद कानूनी लड़ाई समाप्त हुई है। दूसरी ओर न्यायपालिका के प्रति देश का सम्मान और बढ़ा है। सही मायने में ये फैसला हमारी न्यायपालिका के लिए भी मील का पत्थर साबित हुआ है।
उन्होंने कहा कि पिछले ‘मन की बात’ में हमने 2010 में अयोध्या मामले में आये इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्णय के बारे में चर्चा की थी कि कैसे उस समय देश ने किस तरह से शांति और भाई-चारा बनाये रखा था। इस बार भी जब 9 नवम्बर को सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया, तो 130 करोड़ भारतीयों ने फिर से ये साबित कर दिया कि उनके लिए देशहित से बढ़कर कुछ नहीं है। देश में, शांति, एकता और सदभावना के मूल्य सर्वोपरि हैं। उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर जब फैसला आया तो देश ने पूरी सहजता और शांति के साथ स्वीकार किया। देशवासियों ने जिस प्रकार के धैर्य, संयम और परिपक्वता का परिचय दिया है, वह सराहनीय है। मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले के बाद अब देश नई उम्मीदों और नई आकांशाओं के साथ नए रास्ते पर, नये इरादे लेकर चल पड़ा है। न्यू इंडिया इसी भावना को अपनाकर शांति, एकता और सदभावना के साथ आगे बढ़े, यही मेरी कामना है, हम सबकी कामना है।