Lohia Institute : मरीजों के साथ डॉक्टरों को अच्छा व्यवहार करना चाहिए : योगी

सीएम ने लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के नए एकेडमिक ब्लॉक का किया उद्घाटन

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लोहिया संस्थान एक स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा के साथ आगे बढ़ रहा है। पहले केजीएमयू और एसजीपीजीआई जैसे संस्थानों का नाम बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए आता था लेकिन आज लोहिया संस्थान भी इस प्रतियोगिता में शामिल हो चुका है। उन्होंने डॉक्टरों को मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि डॉक्टर अपनी शपथ को याद रखें। मारपीट करेंगे तो लोग नकार देंगे और करिअर खत्म हो जाएगा।

सीएम योगी शनिवार को लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में नए एकेडमिक ब्लॉक का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बेहतर और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए उत्तर प्रदेश आगे बढ़ रहा है। यह काम बहुत पहले हो जाना चाहिए था, जो महज औपचारिकता बनकर ही रह गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रोफेशनल तरीके से हमे अपने संस्थानो को चलाने का प्रयास किया जाना चाहिए। हर जरुरतमंद को शासन की योजनाओं का लाभ मिले इसका प्रयास जुड़ी हुई संस्थान के स्तर पर होना चाहिए। पिछली सरकारों ने कभी सकारात्मक सोच को ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाने का काम नहीं किया। आज सरकार जिस सोच को लेकर काम कर रही है, लोहिया संस्थान को एकेडमिक ब्लॉक उस सोच की एक प्रतिमूर्ति के रूप में प्राप्त हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 1947 से 2016 तक प्रदेश में केवल 12 मेडिकल कॉलेज थे। 2016 से 2019 के बीच 15 नए मेडिकल बन रहे हैं। जिसमे 7 मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है। इसके अलावा राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को 14 नए मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव भी भेजा है। जिसकी स्वीकृति जल्द मिल जाएगी। ये सरकार की सोच का ही नतीजा है कि 70 सालों में केवल 12 और तीन साल में 15 मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश में बन रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने लाइफ सपोर्ट एबुंलेंस के लिए केंद्र सरकार को किया प्रस्ताव नहीं भेजा। 2015 से लगातार केंद्र सरकार प्रस्ताव की मांग करती रही। हमारी सरकार आने के बाद हमने प्रस्ताव भेजा और आज प्रदेश में 250 लाइफ सपोर्ट एबुंलेंस चल रही है। मुझे खुशी है कि आज 78 हजार लोगों की जान इसी लाइफ सपोर्ट एबुंलेंस की वजह से बच सकी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच से मेडिकल कॉलेज व एम्स जैसे संस्थान आज उत्तर प्रदेश में खुल रहे हैं। दुनिया में टीबी को खत्म करने के लिए 2030 तक का लक्ष्य रखा गया है। जबकि पीएम मोदी ने देश को टीबी मुक्त करने के लिए 2025 का लक्ष्य रखा है। इसमें सभी योगदान दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मोबाइल मेडिकल वैन प्रदेश के 53 जनपदों में अपनी सेवाएं दे रही है। संस्थानों को नई और इनोवेटिव सोच को अपने संस्थान में लागू करने की दिशा में हमेशा प्रयास करना चाहिए।

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