कोलकाता : पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के बाद मजबूत विपक्ष बनकर उभरी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं पर प्रशासन के निर्मम रवैए की शिकायत पार्टी की ओर से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से की गई है। एक दिन पहले ही भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता जितेन लोहार को पश्चिम मेदिनीपुर जिला पुलिस ने थाने में इतना मारा था कि कमर के नीचे के पूरे हिस्से की चमड़ी उधेड़ दी गई थी और बदन काला पड़ गया था। इसकी शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से की गई है। इसमें ग्वालतोड़ थाने के सब इंस्पेक्टर सुजन रॉय और पुलिस अधीक्षक के खिलाफ दलित महादलित अत्याचार रोकथाम अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग की गई है।
इसमें बताया गया है कि जितेन्द्र लोहार को पुलिस ने फर्जी मामले में गिरफ्तार किया था और सभी संवैधानिक प्रक्रियाओं को ताक पर रखकर उन्हें थाने में बेरहमी से पीटा गया है। गंभीर हालत में उनका इलाज चल रहा है। भाजपा के पांच सांसदों ने चिट्ठी लिखकर यह शिकायत की है। खबर है कि जल्द ही मानवाधिकार आयोग इस मामले पर राज्य सरकार और पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र कुमार से जवाब तलब कर सकता है। उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी दावा करती रही है कि लोकसभा चुनाव के बाद राज्य में पार्टी के कमोबेश 60 कार्यकर्ताओं को राजनीतिक कारणों से मौत के घाट उतारा गया है।