भाजपा अध्यक्ष के भाषण के केंद्र में रहे स्थानीय मुद्दे
रांची : झारखंड विधानसभा चुनाव के रण में भाजपा ने जोरदार और दमदार प्रचार का आगाज किया। पर, इसमें गौर करने वाली बात थी कि अमित शाह के भाषण के केंद्र में राष्ट्रीय मुद्दों की अपेक्षा स्थानीय मुद्दे रहे। हालांकि राममंदिर और अनुच्छेद 370 पर भी जनता में ऊर्जा भर गये। गुरुवार को मनिका हाई स्कूल के मैदान से झारखंड विधानसभा चुनाव की हुंकार भरते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व देश के गृहमंत्री अमित शाह ने सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पहली बार चुनावी रैली में राम मंदिर का मुद्दा उठाया। कहा, हर कोई चाहता है कि अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए, मगर कांग्रेस पार्टी केस ही नहीं चलने देती थी। लगातार रोड़ा अटकाती रही है। देश के सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक फैसला करके सर्वानुमति से ये निर्णय किया है। ऐसे में अयोध्या में आसमान छूती राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा। रैली में शामिल लोगों से शाह ने पूछा कि राम मंदिर बनना चाहिए या नहीं, इस पर लोगों ने कहा कि हां, बनना चाहिए।
इसके बाद अयोध्या में आसमान को छूने वाला भव्य राम मंदिर बनाने का संकल्प करते हुए उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला देकर भगवान श्रीराम का मान बढ़ाया है। अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए, ये हर कोई चाहता था, मगर ये कांग्रेस ने ऐसा नहीं किया। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस पर फैसला सुना दिया और रामलला मंदिर का रास्ता साफ कर दिया। देश के सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक फैसला करके ये निर्णय किया है कि अयोध्या में जहां श्रीराम का जन्म हुआ था, वहीं भव्य मंदिर बनेगा। इतने सालों से ये फैसला नहीं हो रहा था। हम भी चाहते थे कि संवैधानिक रूप से इस विवाद का रास्ता निकले और देखिये श्री राम की कृपा से सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय कर दिया और उनके निर्णय से उसी स्थान पर भव्य राम मंदिर बनने का रास्ता खुल गया है। देश की सालों से पड़ी समस्या को एक के बाद एक मोदी सरकार निपटाने का काम कर रही है।
अपने संबोधन की शुरुआत में ही अमित शाह ने कहा कि लातेहार से चुनावी सभा शुरू करने के लिए भाजपा ने क्रांतिकारी भूमि का चयन किया है। यह भूमि बिरसा मुंडा, नीलांबर-पीतांबर की भूमि है। सन् 1857 में अंग्रेजों से बड़ी लड़ाई आदिवासियों ने लड़ी थी। इस क्षेत्र ने बड़ी कुर्बानी देकर देश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि 30 नवंबर को आपका वोट तय करेगा कि अगले पांच साल में झारखंड में किसकी सरकार होगी। विधायक, मुख्यमंत्री न चुनकर आप राज्य का विकास चुनें और विकास के लिए वोट दें। उन्होंने झामुमो-कांग्रेस गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि हेमंत आदिवासियों की बात करते हैं। आप किसके साथ बैठे हो, कांग्रेस के राहुल और सोनिया से पूछना चाहता हूं कि आपने 70 साल में आदिवासियों के लिए क्या किया।
झारखंड मुक्ति मोर्चा को निशाने पर लेते हुए कहा कि हजारों-हजार करोड़ का भ्रष्टाचार उनके शासन में हुआ, लेकिन भाजपा ने पांच साल में आदिवासियों का गौरव बढ़ाने का काम किया है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने हर पल, हर दिन झारखंड के विकास के लिए दिल्ली में बैठकर चिंता की है। इसकी वजह से आज झारखंड में विकास हुआ है। कांग्रेस पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा आदिवासियों और पिछड़ों की बात करते हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि 70 साल तक कांग्रेस ने शासन किया, गरीब के घर में गैस, बिजली, स्वास्थ्य कार्ड, शौचालय क्यूं नहीं पहुंचा ? उनके पास कोई बात का जवाब नहीं है।
गृहमंत्री ने कहा कि आदिवासी भाइयों-बहनों के लिए मोदी सरकार ने बहुत काम किए हैं। 5 साल के अंदर आदिवासियों का गौरव बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। डिस्ट्रिक्ट मिनरल फंड की हमने रचना की। इस फंड से 32 हजार करोड़ रुपये आदिवासी भाइयों-बहनों के विकास के लिए दिए गए। रघुवर दास सरकार ने 5 साल के अंदर झारखंड के कोने-कोने में बिजली, सड़क, पीने का पानी और सिलेंडर आदि पहुंचे हैं। आदिवासी भाइयों-बहनों के बच्चों की शिक्षा के लिए देश भर के हर आदिवासी ब्लॉक के अंदर एकलव्य स्कूल बनाए गये हैं। 5 साल के अंदर देश में 438 एकलव्य स्कूल बनाये गये हैं। 10 साल तक केंद्र में यूपीए की सरकार थी, आपने झारखंड की जनता के लिए क्या किया। सोनिया मनमोहन सरकार ने 13वें वित्त आयोग में झारखंड के विकास के लिए 55 हजार 255 करोड़ रुपए पांच साल के दिया था। मोदी सरकार ने झारखंड के विकास के लिए पांच साल में तीन लाख आठ लाख 487 करोड़ रुपए देने का काम किया है।