बांदा : अपने कार्यों और अपने वक्तव्य से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले जिलाधिकारी हीरा लाल ने अब अपने अधीनस्थ अफसरों व कर्मचारियों को गौमूत्र पीने की सलाह दी है। वह गुरुवार को गोवंश को संरक्षित करने के लिए कैंप कार्यालय में बुलाई गई अन्ना प्रथा से संबंधित बैठक में अधिकारियों को निर्देश दे रहे थे। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी लोग गौमूत्र का सेवन करें क्योंकि इससे अनेक प्रकार की बीमारियों को दूर किया जा सकता है और स्वस्थ्य जीवन जिया जा सकता है। गौवंश को संरक्षित करने के लिए जिलाधिकारी हीरा लाल ने सभी बीडीओ को निर्देश दिए कि अन्ना पशुओं (आवारा) को संरक्षित करने या विकास कार्य करने में सहयोग न करने वाले सचिव एवं ग्राम प्रधानों के विरूद्ध कार्यवाही के लिए प्रस्ताव भेजें जिससे नियमानुसार दण्डात्मक कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि मानक के अनुरूप गांव का विकास न करने वाले प्रधान के अधिकार उच्चाधिकारी से अनुमति लेकर सीज कर दिए जाएं।
उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि अन्ना पशुओं की टैगिंग, वैक्सनेशन शत-प्रतिशत सचिव एवं प्रधानों का सहयोग लेकर कराया जाना जाए। यदि कोई असहयोग की भावना रखता हो तो उसकी रिपोर्टिंग जिला प्रशासन को की जाए जिससे उसके खिलाफ कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि एक गाय डेयरी की साप्ताहिक बैठक की जाए। सभी वेटनरी अफसर ग्रामीणों का भ्रमण करें और 24 गांवों में बर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने की कार्यवाही करें। गांव स्तर पर एक माॅडल तीन दिनों के अन्दर बनाया जाये जिससे किसानों को गोबर का सही लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि सभी लोग गौमूत्र का सेवन करें जिससे अनेक प्रकार की बीमारियों को दूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों को प्रधान सेवक बनकर कार्य करना है अफसर शाही न करें और मेरिट को प्रमोट करें जिससे सही व्यक्ति का विकास हो सके। बैठक में डीआरडीए, मनरेगा पीडी आरपी मिश्रा, उप जिलाधिकारी पैलानी मंसूर अहमद, जिला पंचायत राज अधिकारी संजय यादव सहित बीडीओ एवं सम्बन्धित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।