सोहराब का भाई रुस्तम भी कानपुर किसी मामले में पेशी पर गया था। इस बात की जानकारी मिलने पर पुलिस ने ऐशबाग के श्री होटल में छानबीन की, लेकिन रुस्तम का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद लखनऊ पुलिस के हाथ-पांव फुल गए। सोहराब से पूछताछ की गई तो उसने भी जानकारी से इन्कार कर दिया। इसके बाद दिल्ली में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क कर रुस्तम की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों का ब्योरा लिया गया।
लखनऊ पुलिस ने सुरक्षाकर्मियों से संपर्क का प्रयास किया तो उनके फोन नंबर बंद मिले। इसके बाद संभावित स्थानों पर छापामारी शुरू कर दी गई। यही नहीं रुस्तम के भाग निकलने की आशंका के मद्देनजर पुलिस ने चौकसी भी बढ़ा दी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। सूत्रों के मुताबिक रुस्तम और सुरक्षाकर्मियों की अंतिम लोकेशन उन्नाव में मिली थी, उसके बाद से उनका कोई सुराग नहीं लगा। माना जा रहा है कि दिल्ली पुलिस रुस्तम को लेकर वापस निकल गई है।
बिना आइकार्ड के होटल में ठहरे थे : एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी के मुताबिक होटल के तीन कमरे बिना आइकार्ड के बुक किए गए थे। तीनों कमरा चारबाग में पार्किंग का ठेका चलाने वाले सोनू रावत ने बुक कराया था। पुलिस ने श्री होटल के मैनेजर अंकित मिश्र के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर उसे भी गिरफ्तार कर लिया है।
अलग-अलग जेल में बंद हैं तीनों भाई : सीरियल किलर भाई सलीम, रुस्तम और सोहराब अलग-अलग जेल में बंद हैं। रुस्तम फिलहाल तिहाड़, सोहराब दिल्ली के मंडावली और सलीम फतेहगढ़ जेल में बंद है। रुस्तम और सोहराब दिल्ली में हुई गौरव गंभीर की हत्या के आरोप में वहां बंद हैं।
इन पुलिसकर्मियों पर एफआइआर
दिल्ली के छह पुलिसकर्मियों एएसआइ रामकृष्ण, हेड कांस्टेबल नरेश कुमार, कांस्टेबल अनिल कुमार, दीपक, वीरेंद्र व सुरेश के खिलाफ भी एफआइआर दर्ज की गई है। आरोपित पुलिसकर्मियों के पास आधुनिक असलहे थे। बावजूद इसके उन्होंने कार्य में लापरवाही बरती।