अन्तर्राष्ट्रीय भूगोल ओलम्पियाड ‘जियोफेस्ट इण्टरनेशनल 2019’ का चौथा दिन
लखनऊ : सीएमएस कानपुर रोड ऑडिटोरियम में चल रहे पाँच दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय भूगोल ओलम्पियाड ‘जियोफेस्ट इण्टरनेशनल-2018’ के चौथे दिन आज रूस, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल व देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे प्रतिभागी छात्रों ने अपने ज्ञान-विज्ञान एवं हुनरा का जोरदार प्रदर्शन किया। जियोफेस्ट के अन्तर्गत आज आयोजित क्विज एवं कार्टून प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग छात्रों में जबरदस्त जोश दिखाई दिया। जहाँ एक ओर क्विज प्रतियोगिता में छात्रों ने बिजली की गति से सवालों के जवाब देकर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया तो वहीं दूसरी ओर कार्टून प्रतियोगिता में रचनात्मक सोच व कलात्मक प्रतिभा शानदार नजारा प्रस्तुत किया।
इससे पहले, ‘जियोफेस्ट इण्टरनेशनल-2019’ के चौथा दिन का शुभारम्भ आज प्रार्थना सभा से हुआ एवं इसके उपरान्त सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ‘आधुनिक शिक्षा का उद्देश्य’ विषय पर अपने सारगर्भित विचार रखे। इस अवसर पर बोलते हुए डा. गाँधी ने कहा कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य यही है कि युवा पीढ़ी अपने वर्तमान समय की समस्याओं जाने, पहचाने और उसका समाधान प्रस्तुत करे। आज पूरा विश्व पर्यावरण, अशिक्षा, गरीबी आदि अनेकानेक वैश्विक समस्याओं से जूझ रहा है और हम सभी को अपने-अपने स्तर पर इन्हें दूर करने का सतत् प्रयास करते रहना चाहिए।
‘जियोफेस्ट इण्टरनेशनल-2019’ का चौथा दिन आज बहुत ही दिलचस्प रहा, जिसके अन्तर्गत प्रातःकालीन सत्र में आयोजित सीनियर वर्ग की जियोक्विज प्रतियोगिता में देश-विदेश के प्रतिभागी छात्रों ने अपनी प्रतिभा की अमिट छाप छोड़ी। प्रतियोगिता के लिखित राउण्ड के उपरान्त 10 छात्र टीमों को फाइनल राउण्ड हेतु चयनित किया गया। इन 10 प्रतिभागी छात्र टीमों ने आज फाइनल राउण्ड में अपने ज्ञान-विज्ञान का जलवा बिखेरा। इस प्रतियोगिता में पर्यावरण के अलावा सम-सामयिक विषयों, भूगोल, विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान पर आधारित प्रश्न पूछे गये, जिनका छात्रों ने बिजली की तेजी से जवाब देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस प्रतियोगिता के अन्तर्गत ऑडियो-विजुअल राउण्ड में छात्रों की प्रतिभा देखते ही बनती थी।
इसी प्रकार, जियोटून (कार्टून प्रतियोगिता) भी बेहद आकर्षक एवं रूचिकर रही, जिसमें प्रतिभागी छात्र टीमों ने ‘डिफीटिंग दूषक द डिस्ट्रायर’ थीम पर 6 पेज की एक कॉमिक बुक तैयार की और इसमें अपनी सोच, रचनात्मक व कलात्मक प्रतिभा का शानदार सम्मिश्रण प्रस्तुत किया। कॉमिक बुक में छात्रों ने दो मुख्य पात्रों ‘‘मिस धरती-पानी एवं उलूक (बुद्धिमान उल्लू)’’ को अपनी-अपनी रूचि के अनुसार ढालकर कहानी के माध्यम से दर्शाया।