नई दिल्ली : चीफ जस्टिस रंजन गोगोई का शुक्रवार को रिटायरमेंट समारोह पूरा हुआ। सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) की ओर से आयोजित इस समारोह में चीफ जस्टिस की इच्छा के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट परिसर में मंच नहीं बनाया गया था। कोई भाषण नहीं दिया गया। सिर्फ बार एसोसिएशन के पदाधिकारी ने उनकी तरफ से लिखित एक छोटा संदेश पढ़ा। इस संदेश में उन्होंने सबको धन्यवाद कहा। इससे पहले जब भी कोई जज रिटायर होते हैं तो मंच लगाया जाता था और जजों के अलावा कई वकील अपने विचार व्यक्त करते थे।
चीफ जस्टिस आज आखिरी बार कोर्ट में बैठे। उनका कार्यकाल 17 नवम्बर तक है लेकिन अगले दो दिन शनिवार और रविवार होने के चलते कोर्ट में आज ही उनका आखिरी कार्य दिवस था। परंपरा के मुताबिक आज वह अगले चीफ जस्टिस एस.ए. बोब्डे के साथ बैठे थे। आज चीफ जस्टिस की कोर्ट में लगभग तीन मिनट ही कार्यवाही चली। चीफ जस्टिस ने अपने सामने लिस्टेड सभी दस मामलों में नोटिस जारी किया। उठते वक्त उन्होंने अपने सम्मान में कुछ कह रहे वकीलों को मुस्कुराते हुए धन्यवाद कहा।
चीफ जस्टिस आज दोपहर बाद राजघाट गए और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। रंजन गोगोई ने चीफ जस्टिस के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत भी राजघाट जाकर की थी। विदाई समारोह के बाद शाम को चीफ जस्टिस आज हाईकोर्ट के 650 जजों और करीब 15 हजार न्यायिक अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करेंगे और जल्द न्याय दिलाने के लिए उन्हें कठिन परिश्रम करने के लिए उनका उत्साहवर्धन करेंगे।