केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ पंजाब में कांग्रेसी सड़कों पर उतर आए हैं। विभिन्न जिलों में वरिष्ठ नेताओं व विधायकों की अगुवाई में धरना दिया जा रहा है। हालांकि इस दौरान कई जिलों में कांग्रेस की गुटबाजी भी साफ नजर आई। कई जिलों में विधायक धरने में शामिल नहीं हुए। पटियाला व फतेहगढ़ साहिब में आज धरना प्रदर्शन नहीं हुआ। फतेहगढ़ साहिब में 21, जबकि पटियाला में 20 नवंबर को धरना प्रदर्शन होगा।
कांग्रेस का राज्यस्तरीय विरोध प्रदर्शन लुधियाना में हुआ। यहां पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ की अगुवाई में कांग्रेसी मिनी सचिवालय में एकत्र हुए और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जाखड़ ने कहा कि नोटबंदी और गलत तरीके से जीएसटी लगाए जाने के कारण व्यापारी वर्ग बुरी तरह से बर्बाद हो गया है। इससे देश की अर्थव्यवस्था पर विपरीत असर पड़ा। धरने में सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के ओएसडी संदीप संधू, विधायक सुरिंदर डावर, विधायक संजय तलवाड़, मेयर बलकार सिंह संधू, जिला प्रधान अश्वनी शर्मा भी शामिल हुए।
जालंधर में केंद्र सरकार का पुतला फूंकते कांग्रेसी।
जालंधर में जिला कांग्रेस शहरी के प्रधान बलदेव सिंह देव, देहात के प्रधान सुखविंदर सिंह लाली और विधायक राजेंद्र बेरी और चेयरमैन जगबीर बराड़ की अगुवाई में धरना प्रदर्शन हुआ। कांग्रेस नेताओं ने कांगड़ा भवन से डीसी ऑफिस गेट तक रैली निकाली। इस दौरान कार्यकर्ताओं और नेताओं ने केंद्र सरकार का पुतला फूंका। विधायक राजेंद्र बरेी और चेयरमैन जगबीर सिंह बराड़ ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से गड़बड़ा गई है। सरकार के फैसलों से लोग बेरोजगार हो रहे हैं। धरने मेें सांसद चौधरी संतोख सिंह, विधायक परगट सिंह, विधायक सुशील रिंकू, विधायक अवतार सिंह बावा हैनरी, लाडी शेरोवालिया, विधायक सुरेंद्र चौधरी, तेजिंदर सिंह बिट्टू, इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन दलजीत सिंह आहलूवालिया शामिल नहीं हुए।
अमृतसर में धरना देते कांग्रेसी।
किन जिलों में क्या रही स्थिति
- अमृतसर में भंडारी पुल पर दिए गए रोष थाने में कांग्रेसियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने में जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों के अलावा विधायक राजकुमार वेरका, चेयरमैन दिनेश बस्सी के अलावा बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता पहुंचे।
- फाजिल्का में कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष रंजम कामरा की अगुवाई में डीसी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया गया। धरने में बल्लूआना विधायक नाथू राम, फाजिल्का के विधायक दविंदर घुबाया, जलालाबाद के विधायक रमिंदर आवला के अलावा वरिष्ठ नेताओं ने भी हिस्सा लिया।
- मुक्तसर में कांग्रेस के दो विधायक हैं, लेकिन धरने में एक भी विधायक नहीं पहुंचे। जिला प्रधान व पूर्व विधायकों की अगुवाई में कांग्रेसियों ने धरना दिया।
- फ़तेहगढ़ साहिब में कांग्रेस का धरना स्थगित रहा। यहां 21 नवंबर को धरना दिया जाएगा।
- रूपनगर के जिला कांग्रेस के प्रधान बरिंदर सिंह ढिल्लों की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं ने धरना दिया। धरने में आनंदपुर साहिब के विधायक व विधानसभा अध्यक्ष राणा केपी सिंह तथा चमकौर साहिब के विधायक व कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी भी शामिल हुए। आम आदमी पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए रूपनगर के विधायक अमरजीत सिंह संदोआ धरने में नहीं पहुंचे।
- पठानकोट में जिला अध्यक्ष संजीव बैंस की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने धरना दिया, लेकिन प्रदर्शन में पठानकोट के विधायक अमित विज और भोआ विधायक जोगिंदर पाल नदारद रहे।
- पटियाला शहरी कांग्रेस कमेटी के प्रधान केके मल्होत्रा ने बताया कि पार्टी हाईकमान द्वारा ऐसे धरने लगाने का समय 15 नवंबर से 25 नवंबर तक तय किया गया है। ऐसे में पटियाला शहरी कांग्रेस कमेटी ने इस धरने के लिए आगामी 20 नवंबर की तिथि तय की है।
- नवांंशहर में भी कांग्रेसियों ने धरना दिया, लेकिन विधायक अंगद सिंह की शादी दिल्ली में 21 नवंबर को होने जा रही है, इसके कारण वह व्यस्त हैं और धरने में शामिल नहीं हो पाए। वहींं, बलाचौर के कांग्रेस के विधायक दर्शन लाल मंगूपुर भी धरने में शामिल नहीं हुए।
- कपूरथला में कांंगेस के धरने में न सुल्तानपुर लोधी के विधायक नवतेज सिंह चीमा और न ही कपूरथला के एमएलए राणा गुरजीत सिंह पहुंचे। सिर्फ फगवाड़ा के विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल एवं पूर्व विधायक जोगिंदर सिंह मान ने ही शिरकत की।
- मोगा में 3 विधायकों में से सिर्फ धर्मकोट के विधायक ही धरने में पहुंचे। मोगा शहर के विधायक डॉ. हरजोत कमल, शहर अध्यक्ष विनोद बंसल दोनों ही धरने में नहीं पहुंचे। इस दौरान उनके समर्थक भी नहीं पहुंचे।