सीएम ने गन्ना किसानों के लिए लांच किया ऐप
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को गन्ना किसानों के लिए ई-गन्ना ऐप का शुभारम्भ किया। इस मौके पर योगी ने कहा कि इस ऐप से गन्ना किसानों का बहुत लाभ होगा। इससे गन्ना के कालाबाजारी और घटतौली पर भी रोक लगेगी। राजधानी स्थित लोकभवन में ई-गन्ना ऐप और ईआरबी वेबसाइट का शुभारम्भ करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में करीब 50 लाख गन्ना किसान हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गन्ना किसानों के हितों के लिए काम कर रही है। योगी ने इस मौके पर प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले पंद्रह सालों में लोगों ने मान लिया था कि उप्र में गन्ना की खेती घाटे की है, लेकिन भाजपा सरकार ने इसे अब लाभ का काम बना दिया है।
इस अवसर पर योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी सराहना की। कहा कि प्रधानमंत्री ने गन्ना किसानों के हित के लिए बड़ा सहयोग किया है। हाशिए पर पड़े किसानों को उन्होंने मुख्य धारा से जोड़ दिया है। योगी ने कहा कि मोदी ने ‘जय जवान, जय किसान’ के नारे को सार्थक किया है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों के कार्यकाल में गन्ना समितियों को कमजोर किया गया। इससे गन्ना माफिया हावी हुए और पर्चियों की कालाबाजारी शुरू हुई। यही नहीं गन्ने की घटतौली से भी किसानों का नुकसान होता था। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने इन सब पर रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा तीस वर्षों से उठाई जा रही मांग को ध्यान में रखते हुए फिर से रमाला चीनी मिल भी प्रारम्भ की गई है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के कुशल नेतृत्व में रिकॉर्ड तोड़ गन्ना किसानों का भुगतान हुआ है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार की नीतियों के चलते प्रदेश का किसान आज खुश हैं। गन्ना मंत्री ने बताया कि सरकार की अच्छी नीतियों के कारण राज्य में गन्ना का रकबा भी बढ़ा है। उत्तर प्रदेश में पहले केवल 20.52 हेक्टेयर गन्ना क्षेत्र था, जो आज 28 लाख हेक्टेयर हो गया है। मंत्री ने बताया कि जिस गन्ना ऐप का आज मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया उससे प्रदेश के करीब 28 लाख किसान अब तक जुड़ चुके हैं।