लखनऊ : लखनऊ छावनी स्थित 11वीं गोरखा राइफल्स रेजिमेन्टल सेन्टर ने अपना 12वॉं पुनर्मिलन समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर सेन्टर द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये जिसमें रस्मी कार्यक्रम, खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल थे। तीन दिवसीय इस समारोह में देश के विभिन्न स्थानों एवं नेपाल से 150 सैन्यधिकारियों सहित 1500 जूनियर कमीशन्ड अधिकारी एवं जवान शामिल हुए। इस समारोह के आयोजन का उद्देश्य रेजिमेन्टल गौरव को बढ़ाना, सेवारत भूतपूर्व सैनिकों एवं युवा सैनिकों के बीच संबंधों को प्रगाढ़ करना एवं कर्तब्य भावना को बढ़ाना था। इस समारोह में उपस्थित सन् 1971 के युद्ध में भाग ले चुके ले0 जनरल जेबीएस यादव (सेवानिवृत) ने एक प्रेरणादायी अभिभाशण दिया। उन्होंने नेपाल व भारत के गोरखा सैनिकों द्वारा रेजिमेंट की परंपराओं को बनाये रखने में उनके कुशल योगदान की सराहना की।
इस अवसर पर थल सेनाध्यक्ष तथा 11वीं गोरखा राइफल्स एवं सिक्किम स्काउट्स के कर्नल ऑफ दि रेजिमेंन्ट जनरल बिपिन रावत ने अपने संबोधन में सभी सैन्य अधिकारियों एवं जवानों को कठिन परिश्रम व वीरता के साथ रजिमेन्ट की उच्च परंपराओं को बनाये रखने का आह्वान किया। इस अवसर पर मौजूद पूर्वी कमान के जनरल ऑफीसर कमांडिग-इन-चीफ ले0 जनरल अनिल चौहान ने भी उपस्थितजनों को संबोधित किया। तीन दिवसीय समारोह के दौरान विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें सांस्कृतिक एवं खेलकूद कार्यक्रम जैसे फुटबॉल एव मुक्केबाजी शामिल थे।
इस दौरान 11वीं गोरखा राइफल्स के जानेमाने खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। विश्व कॉमन वेल्थ गेम्स तथा एशियन गेम्स के दौरान पिस्टल शूटिंग में बेहतर प्रदर्शन के लिये खेल रत्न से सम्मानित सूबेदार जीतू राई भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे। युद्ध विरांगनाओं एवं युद्ध में घायल सैनिकों को उनके अप्रतिम बलिदान के लिये एक विषेश कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। समारोह में परमवीर चक्र से सम्मानित शहीद कैप्टन मनोज पांडेय तथा अशोक चक्र से सम्मानित ले0 पुनीत दत्त के माता-पिता भी शामिल थें।