कोलकाता : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बीरभूम जिले के शांतिनिकेतन में गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्व भारती विश्वविद्यालय को भारत को परिभाषित करने वाला संस्थान बताया है। सोमवार को राष्ट्रपति विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने पहुंचे थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ इस कार्यक्रम में राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी मौजूद थे। राष्ट्रपति ने कहा कि शांतिनिकेतन उन महान जगहों में से एक है, जिसने भारत को परिभाषित करने वाले हमारे सभ्यतागत मूल्यों को नया आयाम दिया है। उन्होंने राष्ट्र निर्माण और सामाजिक परिदृश्य को एकजुट रखने में गुरुदेव की भूमिका को याद करते हुए विश्वभारती से पास आउट होने वाले छात्रों को सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति सचेत रहने को प्रेरित किया। इस दौरान उन्होंने 2700 छात्रों को स्नातक की डिग्री दी।
राष्ट्रपति बनने के बाद रामनाथ कोविंद का विश्वभारती विश्वविद्यालय यह पहला दौरा था। गौरतलब है कि विश्वभारती में पिछले कुछ समय से छात्रों और अध्यापकों में टकराव की स्थिति बनती रही है। इसे नियंत्रित करने के लिए केंद्रीय गृह विभाग ने विश्वविद्यालय के सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय बलों को सौंप दी है। कुछ दिनों पहले यहां तृणमूल छात्र परिषद के सदस्यों ने अध्यापकों को न केवल अपमानित किया था बल्कि उन पर जातिगत और आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। उसके बाद से वहां तनाव की स्थिति बनती रही है।