मुंबई : महाराष्ट्र में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया है। राज्यपाल से सरकार बनाने का न्योता मिलते ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ में युवा नेता आदित्य ठाकरे ने पार्टी के आला नेताओं के साथ बैठक की। उधर राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि शिवसेना को भाजपा-नीत एनडीए छोड़ने की शर्त पर समर्थन दिया जा सकता है। उद्धव ठाकरे आज देर रात या कल (सोमवार) खुद राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात करेंगे। शिवसेना 288 सदस्यों वाली राज्य विधानसभा में 56 विधायकों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने शनिवार को 105 विधायकों वाली सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन उसके इनकार करने के बाद शिवसेना को आमंत्रित किया गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि शिवसेना ने हमारे साथ सरकार न बनाकर जनादेश का अपमान किया।
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक शिवसेना को सोमवार शाम साढ़े 07 बजे तक राज्यपाल को बताना होगा कि उसके पास सरकार बनाने के लिए जरूरी 145 विधायकों का समर्थन है कि नहीं। इसके बाद राज्यपाल सरकार के शपथ ग्रहण पर फैसला करेंगे। विधानसभा के चुनावी नतीजों के अनुसार भाजपा 105, शिवसेना 56, राकांपा 54, कांग्रेस 44 सीटें जीती हैं। अन्य छोटे दलों ने 16 सीटें जीती हैं, जबकि 13 निदर्लीय भी विधानसभा में पहुंचने में कामयाब हुए हैं। शिवसेना राकांपा तथा कांग्रेस के समर्थन से राज्य में सरकार बनाने का प्रयास कर रही है।
राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि शिवसेना को भाजपा-नीत एनडीए छोड़ने की शर्त पर समर्थन दिया जा सकता है। शिवसेना कोटे से केंद्र सरकार में मंत्री अरविंद सांवत ने कहा कि अभी तक उन्हें इस्तीफा देने का कोई आदेश मातोश्री से नहीं मिला है। मातोश्री से आदेश आते ही वह केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। सावंत केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री हैं। उधर राजस्थान में डेरा डाले कांग्रेस विधायकों के साथ बैठक करने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे जयपुर पहुंच चुके हैं। इन विधायकों से चर्चा करने के बाद शिंदे और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को रिपोर्ट देंगे। इसके बाद सोनिया शिवसेना को समर्थन देने के बारे में निर्णय करेंगी।