शब्द गंगा शद्वि अभियान में बोले डिप्टी सीएम, भ्रष्टाचार मुक्त, गंदगी मुक्त सरकार का लक्ष्य
उन्नाव : केन्द्र व प्रदेश की सरकार शुद्धिकरण का काम कर रही है। भ्रष्टाचार मुक्त, गंदगी मुक्त सरकार का लक्ष्य है। कई मामलों में हमारी सरकार नंबर एक पर है। हम चाहते है सभी सरकारी कार्यक्रम नंबर एक पर हो। विकास हमारी प्राथमिका में है। गरीब और किसान भी मेरी प्राथमिकता में है। यह विचार शुक्रवार को स्थानीय निराला प्रेक्षाग्रह में शब्द गंगा शद्वि अभियान संस्थान व सजृन साहित्यिक एंव सामाजिक सेवां संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने व्यक्त की। उन्होंने कहा कि रामजन्म भूमि का फैसला जो भी आएगा उसका सम्मान करेगें। जिस प्रकार हम सब देवालय में शीष झुकाते है, उसी तरह न्यायलय के फैसले का आदर करेगेें। अपनी एकता, अंखडता और सौहार्द को बनाए रखेगेें। इससे पूर्व उन्होंने सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण किया। उन्हें अंगवस्त्र व प्रतीक चिन्ह देकर संस्था द्वारा सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम मेें बोलते हुए सदर विधायक पंकज गुप्ता ने कहा कि शब्द शुद्वीकरण से संस्कृति की पहचान होती है। उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए डिप्टी सीएम को मांग पत्र भी सौंपा।
कार्यक्रम में प्रेम सिंह, नीरज निगम, मनीष जायसवाल, केडी त्रिवेदी, सोनी शुक्ला, किरन सिंह समेत सैकड़ो लोग मौजूद रहें। डिप्टी सीएम ने अपने भाषण में कहा कि हमारी उपलब्धियां पिछली सरकारों से तुलना करें तो बेहतर मिलेगी। बिजली, पानी, सड़क सहित अन्य सरकारी योजनाओं में हम अन्य सरकारों से अपेक्षा बेहतर काम कर रहे है। डिप्टी सीएम ने जनपद को महान बताते हुए कहा कि यह जिला कलम और तलवार का धनी है। यहां पर एक से एक मनीषी, साहित्यकार और स्वतंत्रतता आंदोलन में बढ़चढ़कर भाग लेने वाले पं. सूर्यकांत त्रिपाठी, विश्वम्भर दयाल त्रिपाठी, शिवमंगल सिंह सुमन, शिवसिंह सरोज, राजाराव रामबक्श सिंह, पं. प्रताप नारायण मिश्र आदि को नमन किया।
सदर विधायक को छोडकर सांसद व अन्य विधायकों ने कार्यक्रम से बनाई दूरी
निराला प्रेक्षागृह परिसर में आयोजित तीन दिवसीय शब्द गंगा शुद्धि अभियान में सदर विधायक पंकज गुप्ता के अलावा अन्य विधायकों, विधान परिषद सदस्यों तथा सांसद उपस्थित नहीं रहे, जिसको लेकर तरह तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। तीन दिवसीय कार्यक्रम में लोगों को सुबह नौ बजे बुलाया गया जबकि मुख्य अतिथि का आगमन साढे तीन बजे हुआ इस अन्तराल में कार्यक्रम परिसर में पेयजल की व्यवस्था न होने से लोग कार्यक्रम छोडकर बाहर निकल गये जिससे मुख्य अतिथि के सम्बोधन के समय अधिकांश कुर्सियां खाली पडी रही।