राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जमानत पर आज सुनवाई होनेवाली थी, लेकिन टल गई। झारखंड हाईकोर्ट में दुमका कोषागार से जुड़े चारा घोटाला मामले में लालू यादव की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई होनी थी। अब इस मामले पर अागामी 22 नवंबर को सुनवाई होगी। सीबीआई ने जवाब देने के लिए कोर्ट से 22 नवंबर तक का समय मांगा है, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। जमानत पर कोई फैसला नहीं होने से उनके समर्थकों में काफी निराशा है।
इसे संयोग कहें या पॉलिटिकल प्लानिंग लालू के लाल तेजस्वी यादव भी अभी रांची में ही हैं। वे गुरुवार को ही दिल्ली से सीधे रांची पहुंच गये थे। उनकी भी नजर झारखंड हाईकोर्ट की सुनवाई पर लगी हुई थी। लेकिन कोई फैसला नहीं आने से वे भी मायूस हैं।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की ओर से जमानत के लिए दायर याचिका पर बिहार ही नहीं, पूरे देश की नजर लगी हुई थी। राजद समेत लालू के समर्थकों को उम्मीद थी कि झारखंड हाईकोर्ट से उन्हें जमानत मिल जाएगी। एक बार फिर लालू यादव बाहर आएंगे। इससे पहले उन्हें देवघर कोषागार मामले में झारखंड हाईकाेर्ट से जमानत मिल चुकी है।
लालू यादव की ओर से चारा घोटाले के दुमका मामले में जमानत याचिका दाखिल की गई है। याचिका में स्वास्थ्य और आधी सजा काट लेने का हवाला दिया गया है। लालू प्रसाद के अधिवक्ता देवर्षि मंडल की ओर से कोर्ट से विशेष आग्रह करने पर वह जल्द सुनवाई के लिए तैयार हुआ है। सूत्रों के अनुसार, अअब इस मामले की सुनवाई झारखंड हाईकोर्ट में 22 नवंबर को होगी।
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव भी अभी रांची में ही हैं। हालांकि वे महागठबंधन में सीटाें के बंटवारे के लिए रांची पहुंचे हुए हैं। लेकिन सूत्रों की मानें तो लालू की जमानत याचिका पर होनेवाली सुनवाई पर उनकी भी नजर लगी हुई थी। तेजस्वी यादव गुरुवार को ही रांची पहुंच गए थे। उन्होंने जेएमएम सुप्रीमो हेमंत सोरेन से मुलाकात भी की। झारखंड में भी महागठबंधन को लेकर हेमंत सोरेन से तेजस्वी की बात हुई है। तेजस्वी ने कहा कि एनडीए को रोकना पहली प्राथमिकता है। हालांकि लालू की जमानत याचिका पर आज फैसला नहीं होने से वे काफी निराश हैं।