जांच में तेजी लाने को यूपी सरकार का निर्णय
लखनऊ : यूपीपीसीएल में हुए पीएफ घोटोले की जांच में तेजी लाने के लिए यूपी सरकार ने आईपीएस आनंद कुलकर्णी को ईओडब्ल्यू का एसएसपी बनाया है। आठ दिन पहले ही इन्हें वाराणसी के एसएसपी पद से हटाकर साइबर सेल में तैनात किया गया था। ईओडब्ल्यू में यह पद लम्बे समय से खाली चल रहा था। पावर कारपोरेशन में हुई पीएफ घोटाले की विवेचना अब उनकी ही देखरेख में होगी। यूपीपीसीएल में हुए 26 अरब घोटाले की जांच ईओडब्ल्यू ही कर रही है। ईओडब्ल्यू इस मामले में चार दिन के अंदर पूर्व एमडी एपी मिश्र, निदेशक(वित्त) सुधांशु द्विवेदी और सचिव प्रवीण कुमार गुप्ता गिरफ्तार हो चुके हैं। साथ ही दो बड़े अफसरों पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। इस मामले की विवेचना में ईओडब्ल्यू को दिक्कतें आ रही थीं। ईओडब्ल्यू ने शासन से अधिकारियों की मांग की थी। माना जा रहा है कि ऐसे समय में आनन्द कुलकर्णी की तैनाती को इस प्रकरण में तेजी लाने के लिए की गई है।
एपी मिश्र रिमाण्ड पर
ईओडब्ल्यू को बुधवार शाम चार बजे से निदेशक सुधांशु और सचिव प्रवीण को रिमाण्ड पर ले लिया था। इनसे बुधवार रात को तीन घंटे तक पूछताछ की गई। वहीं पूर्व एमडी एपी मिश्र की रिमाण्ड गुरुवार सुबह 10 बजे से शुरू हुई। ईओडब्ल्यू ने एपी मिश्र से अलग स्थान पर पूछताछ शुरू कर दी है। सूत्रों का कहना है कि एपी मिश्र को यूपीपीसीएल के दफ्तर भी ले जाया जा सकता है। एपी मिश्र और अन्य दोनों आरोपियों की तीन-तीन दिन की रिमाण्ड मिली थी।