कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) अगर लागू हुआ तो यह पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिये नुकसानदेह हो सकता है और उनकी पार्टी इसका कड़ा विरोध करेगी. रमेश ने कहा कि विधेयक संवैधानिक प्रावधानों की इस भावना के विरुद्ध है कि धर्म, जाति, जाति, लिंग और जन्म स्थान के आधार पर किसी भी नागरिक के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा.
रमेश ने दावा किया, “अगर नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होता है तो पूर्वोत्तर राज्यों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. साथ ही, बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से पूर्वोत्तर भारत अस्थिर हो गया है.” रमेश विभिन्न विवादास्पद मुद्दों पर पूर्वोत्तर राज्यों की नब्ज़ टटोलने के लिये गठित कांग्रेस की एक टीम का नेतृत्व कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी के पास लोकसभा में बहुमत है और वह राज्यसभा में विधेयक पारित करवाने की कोशिश करेगी. रमेश ने कहा कि कांग्रेस भी इसे लेकर समान विचारधारा वाले दलों के साथ काम कर रही है.