भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवाती तूफान महा जो कि पूर्व-मध्य अरब सागर पर था, पिछले छह घंटों में 19 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया है।
IMD के निदेशक जे सरकार ने कहा कि 6 नवंबर से चक्रवात नॉर्थ ईस्ट की ओर फिर से बढ़ेगा और 6 से 7 नवंबर की सुबह के बीच गुजरात की ओर बढ़ सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 4 घंटों के दौरान पुणे, रायगढ़ और नासिक जिलों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने के आसार हैं।
तमिलनाडु में बारिश के बाद बढ़ा नदी का जलस्तर
इसी बीच मौसम विभाग ने कई स्थानों पर भारी बारिश को लेकर भी अलर्ट जारी किया था। शुक्रवार को तमिलनाडु के मदुरै में बारिश के कारण वैगई नदी का जलस्तर बढ़ गया था। मौसम एजेंसी के मुताबिक, लक्षद्वीप में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने केरल और कर्नाटक के तटीय इलाकों में भी भारी से हल्की बारिश का अलर्ट जारी किया गया था।
मछुआरों को लक्षद्वीप क्षेत्र और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर में प्रवेश नहीं करने की सलाह दी। वहीं, लक्षद्वीप के कलपेनी द्वीप पर गुरुवार भारी बारिश के काफी तबाही हुई। मौसम विभाग ने गुरुवार को ही मध्य अरब सागर और उससे सटे लक्षद्वीप क्षेत्र पर गंभीर चक्रवाती तूफान माहे को लेकर चेतावनी जारी की थी।
कई स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार लक्षद्वीप में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना थी। वहीं, अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने भी हुई थी। चक्रवाती तूफान माह को लेकर गृह मंत्रालय ने बुधवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की एक बैठक बुलाई थी। जिसमें तूफान से बचने को लेकर तैयारियों की चर्चा की गई थी।
केरल में घरों के अंदर घुसा पानी
चक्रवात तूफान महा के कारण समुद्र की उथल-पुथल भरी परिस्थितियों के बाद कल यानी गुरुवार को समुद्र का पानी सड़कों तक आ गए और केरल के चेलांम, एर्नाकुलम स्थित घरों में भी पानी भर गया।
मौसम विभाग ने पहले ही महा को लेकर दो दिन का अलर्ट जारी कर दिया था। केरल के छह जिलों में भी तूफान को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने कहा था कि यदि अरब सागर में चक्रवाती तूफान बनता है तो इसका नाम महा होगा। इससे पहले यहां तूफान वायु, हिका और क्यार बन चुके हैं।