मौसम का मिजाज दक्षिण भारत में लगातार बदलता जा रहा है। पूर्व-मध्य अरब सागर पर समुद्र की स्थिति बहुत खराब है अधिक। वही पश्चिम-पूर्वी अरब सागर पर भी ये स्थिति बिगड़ने की संभावना है। मछुआरों को लक्षद्वीप क्षेत्र और उससे सटे दक्षिण-पूर्व अरब सागर में प्रवेश नहीं करने की सलाह दी गई हैय़ साथ ही साथ केतका-गोवा-महाराष्ट्र तटों और पश्चिम-पूर्वी अरब सागर में भी ना जानें की सलाह दी गई है। वहीं, लक्षद्वीप के कलपेनी द्वीप पर गुरुवार भारी बारिश के काफी तबाही हुई। मौसम विभाग ने गुरुवार को ही मध्य अरब सागर और उससे सटे लक्षद्वीप क्षेत्र पर गंभीर चक्रवाती तूफान माहे को लेकर चेतावनी जारी की थी।
खतरनाक रुप ले सकता है चक्रवाती तूफान
अब मौसम विभाग ने कहा है कि गंभीर चक्रवाती तूफान माहे अगले 24 घंटों के दौरान पूर्व-मध्य अरब सागर में एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में तूफान महा लक्षद्वीप और उसके आसपास के इलाकों में भयंकर तबाही मचा सकता है।
कई स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान अगले यानी आने वावे 24 घंटों में लक्षद्वीप में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है वहीं, अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की भी संभावना है। वहीं इन 24 घंटों के दौरान केरल, तटीय कर्नाटक और दक्षिण तमिलनाडु में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत अधिक बारिश हो सकती है। चक्रवाती तूफान माह तेजी से लक्ष्यद्वीप की तरफ बढ़ रहा है। गृह मंत्रालय ने बुधवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की एक बैठक बुलाई थी। जिसमें तूफान से बचने को लेकर तैयारियों की चर्चा की गई थी।
केरल में घरों के अंदर घुसा पानी
चक्रवात तूफान महा के कारण समुद्र की उथल-पुथल भरी परिस्थितियों के बाद कल यानी गुरुवार को समुद्र का पानी सड़कों तक आ गए और केरल के चेलांम, एर्नाकुलम स्थित घरों में भी पानी भर गया।
मौसम विभाग ने पहले ही महा को लेकर दो दिन का अलर्ट जारी कर दिया था। केरल के छह जिलों में भी तूफान को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने कहा था कि यदि अरब सागर में चक्रवाती तूफान बनता है तो इसका नाम महा होगा। इससे पहले यहां तूफान वायु, हिका और क्यार बन चुके हैं।