हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के नतीजों के लिए मतगणना जारी है और अबतक के रुझानों के अनुसार, कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर चल रही है। मतगणना शुरू होने के बाद से अबतक कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस आगे होती रही। ऐसे में जजपा यानी जननायक जनता पार्टी के किंगमेकर के तौर पर उभरने की संभावना बन रही है।
पार्टी के गठन का एक साल भी नहीं हुआ है, लेकिन इसको कमतर नहीं आंका जा सकता। नौ दिसंबर 2018 को अस्तित्व में आई जजपा ने एक साल के अंदर अपनी सियासी जमीन खासी मजबूत की है।
पूर्व सांसद और ताऊ कहे जाने वाले देवीलाल के परपोते दुष्यंत चौटाला की पार्टी जजपा ने भाजपा और कांग्रेस जैसे बड़े दलों को सकते में ला दिया है। मतगणना शुरू होने से पहले दुष्यंत ने दावा किया था कि हरियाणा में न भाजपा और न ही कांग्रेस 40 सीटें भी नहीं ला पाएगी।
अभय चौटाला, भाजपा के नजदीकी बताए जाते हैं। ऐसा अकाली दल की वजह से है। दुष्यंत चौटाला और अभय में इन दिनों 36 का आंकड़ा है और ऐसे में दुष्यंत चौटाला कभी नहीं चाहेंगे कि वो भाजपा के खेमे में जाएं।