उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार शनिवार शाम छह बजे थम गया. आखिरी दिन सभी सीटों पर प्रत्याशियों ने रोड शो और रैलियां कर जनता से अपने पक्ष में मतदान की अपील की. उत्तर प्रदेश की जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहा है उनमें गंगोह, रामपुर, इगलास (सुरक्षित), लखनऊ कैण्ट, गोविन्दनगर, मानिकपुर, प्रतापगढ, जैदपुर (सुरक्षित), जलालपुर, बलहा (एससी) और घोसी शामिल हैं.
उपचुनाव में चतुष्कोणीय मुकाबले की संभावना है क्योंकि भाजपा, बसपा, सपा और कांग्रेस ने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं. इन सीटों पर कुल 110 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. सबसे अधिक 13 प्रत्याशी लखनऊ कैण्ट और जलालपुर सीटों पर हैं. घोसी में 12 उम्मीदवार मैदान में हैं जबकि गंगोह, प्रतापगढ़ और बलहा में ग्यारह-ग्यारह प्रत्याशी हैं. गोविन्दनगर और मानिकपुर में नौ-नौ, रामपुर, इगलास और जैदपुर में सात-सात प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं.
यूपी और केंद्र की सत्ता पर बीजेपी का कब्जा है. जिन 11 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने हैं उनमें से अधिकतर जगहों पर 2017 में बीजेपी का ही कब्जा था. बीजेपी इस मौके को गंवाना नहीं चाहेगी और सभी सीटों पर जीत हासिल करना चाहेगी. लोकसभा के उपचुनावों में जब बीजेपी को हार मिली थी तब योगी आदित्यनाथ पर सवाल खड़े किए गए थे. हालांकि 2019 में उन्होंने प्रचार में जान लड़ा दी और बीजेपी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.