अयोध्या : योगी सरकार के तीसरे दीपोत्सव को सफल बनाने के लिए प्रशासन दिन रात मेहनत कर विश्व रिकार्ड बनाने में लगा है। मुख्य सचिव, गृह सचिव के साथ डीजीपी के दौरे के बाद मिली रिपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश के बाद आईआईटी रुड़की से आई मॉडल स्टडी रिर्पोट के अनुसार नई राम की पैड़ी को तैयार की जा रही है। राम की पैड़ी अब श्रद्धालु, भक्तों के साथ पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र रहेगी। पैड़ी के पंप हाउस की क्षमता 6 गुना बढ़ा दी गई है। पैड़ी में सरयू की जलधारा 21 अक्तूबर से अविरल प्रवाहित होगी और यहां श्रद्धालु स्नान भी कर सकते हैं। दीपोत्सव समारोह में पिछले वर्ष दो लाख से अधिक दीपों को राम की पैड़ी के घाटों पर प्रज्ज्वलित किया गया था। दीपोत्सव की तैयारी के लिए नवनिर्मित राम की पैड़ी अब जलधारा अविरल एवं स्वच्छ भी होगी। वहीं इसमें डूबने का खतरा भी नहीं होगा। पैड़ी का जल स्वच्छता के साथ आचमन करने लायक भी बनने वाला है। शुक्रवार को हिन्दुस्थान समाचार से ही में सरयू नहर खंड के अवर अभियंता जितेंद्र प्रताप ने बताया कि दीपोत्सव की तैयारियों के हिसाब से पैड़ी पर 64 मीटर का नया घाट बनाया गया है। उन्होंने कहा कि साथ ही पैड़ी की गहराई मात्र 4 से 6 फिट की होगी।
पानी जहां फ्लो होना है, वहां आरसीसी बेड बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि सरयू के सहस्रधारा घाट पर पंप हाउस बनाया गया है, जहां से सरयू का पानी राम की पैड़ी में अविरल रूप से प्रवाहित होगा। पानी का बहाव 80 सेमी प्रति सेंकड के अनुसार होगा। रामनगरी के स्वर्गद्वार की शुरूआत इसी पैड़ी से होती है। कुश द्वारा स्थापित रामनगरी का प्रसिद्ध नागेश्वरनाथ इसी के तट पर स्थित है। नगरी के ऐतिहासिक मंदिरों की शुरूआत भी यहीं से होती है। मान्यता के अनुसार पहले सरयू यहीं से बहती थी। भगवान राम समेत चारों भाई राम की पैड़ी के घाटों पर ही स्नान करते थे। 15 अक्टूबर को प्रदेश के मुख्य सचिव की टीम ने राम की पैड़ी को तेज गति से कार्य करने के लिए निर्देश दिया था। गुरुवार को दीपोत्सव में दीपो को जलाने की व्यवस्था के प्रमुख अवध विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण किया और अपनी टीम को व्यवस्थाओं में तत्काल जुड़ने का निर्देश दिया भी दिया।