गाजियाबाद : गाजियाबाद में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए मंगलवार से ग्रेडेड रेस्पॉंस एक्शन प्लान (ग्रेप) प्रभावी हो गया। हालांकि पहले दिन प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने कोई कार्रवाई इसको लेकर नहीं की, जबकि मंगलवार की आबोहवा का स्तर बेहद ख़राब की श्रेणी में रहा। आज वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 304 (बेहद ख़राब) रहा। जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय का कहना है कि ग्रेप तो आज से प्रभावी हो गया है, लेकिन प्रभावी कार्रवाई बुधवार से शुरू की जाएगी। इस दौरान प्रदूषण फैलाने वालों पर निगरानी के साथ ही कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत जुर्माना लगाने के साथ ही दोषी पाए जाने पर सीलिंग की भी कार्रवाई भी की जाएगी। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़े बताते हैं कि गाजियाबाद-साहिबाबाद क्षेत्र एनसीआर के 19 हॉटस्पाट में से एक है।
पिछले कुछ वर्षों से सर्दियों में लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा। इस वर्ष भी दशहरा के बाद से शहर का प्रदूषण स्तर मानकों से ढाई गुना से अधिक बना हुआ है,जिसके चलते पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण एवं संरक्षण प्राधिकरण (ईपीसीए) चेयरमैन भूरेलाल ने एनसीआर के सर्वाधिक प्रदूषित 19 स्थानों के लिए 15 अक्टूबर से ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू करने का आदेश सभी बोर्ड को दिया है। इसको देखते हुए मंगलवार से ग्रेप लागू किया जा रहा है। ग्रेप लागू होने के बाद खुले में निर्माण सामग्री रखने, निर्माण कार्य करने और कूड़ा निस्तारण को लेकर लगाए गए प्रतिबंध सख्ती से लागू किए जाएंगे। नियमों का पालन ना करने पर एनजीटी कोर्ट के आदेशानुसार जुर्माना वसूला जाएगा। इसकी एक रिपोर्ट बनाकर भी सीपीसीबी में भेजनी है।