लखनऊ : 26 देशों में 300 से अधिक शहरों में उपलब्ध अंतर्राष्ट्रीय राइड-हेलिंग एप्प इनड्राइवर ने लखनऊ में अपनी सेवाएं लॉन्च की हैं। यह एकमात्र एप्प है जोकि उपभोक्ताओं को वास्तविक समय में राइड बुक कराने से पहले अपने कैंब के किराये को लेकर मोलभाव करने की अनुमति देता है। इनड्राइवर एप्प का मॉडल अपने आप में वाकई अनूठा है। यह एप्प ड्राइवरों और उपभोक्ताओं को किसी बिचौलिये या दलाल के राइड के किराए और दूसरी अन्य शर्तों पर स्वतंत्र रूप से बातचीत करने का मौका देती है। यह सुविधा देश की दूसरी राइड ऐप्स में नहीं दी गई है। दूसरी ऐप्स में कंपनी के पहले से स्थापित मानदंडों के अनुसार किसी जगह का किराया अपने आप तय कर दिया जाता है।
इनड्राइवर के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर येगोर फेडोरोव ने कहा, हम लखनऊ में इनड्राइवर एप्प को लॉन्च कर काफी उत्साहित हैं। किसी जगह का किराया यात्रियों को अपने आप तय करने की सुविधा देने वाले हमारे एप्प से ड्राइवर किसी जगह का वाजिब किराया तय कर सकते हैं। इसमें दोनों ओर समान निष्पक्षता रहती है। इससे ड्राइवर ज्यादा सक्षम ढंग से यात्रियों को अपनी सेवाएं दे सकते हैं, वहीं यात्रियों को किसी जगह की सस्ती राइड मिलने की संभावना रहती है। हमारे ऐप के माध्यम से उदाहरण के लिए, यात्रियों को चारबाग रेलवे स्टेशन से सहारा गंज मॉल तक यात्रा करने के लिए लगभग 80 रुपये का भुगतान करना होगा। इनड्राइवर यात्रियों को अपने रूट का किराया ड्राइवरों को सुझाने की सलाह देता है। आसपास मौजूद ड्राइवरों को किराया और रूट की जानकारी मिलती है। वह इसे मंजूर कर सकते हैं या ज्यादा किराए के लिए यात्रियों से मोलभाव कर सकते हैं। यात्री इसके बाद सभी डराइवर से मिले ऑफर को देखते हैं। इसके बाद वह किराए की राशि, ड्राइवर की रेटिंग और वाहन के प्रकार पर अपनी सहूलियत के अनुसार फैसला कर सकते हैं।
इसके अलावा ड्राइवरों के पास यह सुविधा रहती है कि वह ज्यादा मुनाफा देने वाली राइड्स को ही चुने। वह अपनी तरफ से यात्रियों को किराए का ऑफर दे सकते हैं। यह सुविधा किसी दुसरी कंपूनी की राइड एप्प में नहीं है। इनड्राइवर ड्राइवर से कोई फीस नहीं ले रहा है। ड्राइवरों को इस प्लेटेफॉर्म के फायदे परखने का मौका दिया जा रहा है। यह एप्प इस समय बाजार में मुकाबले में मौजूद दूसरी एप्प से कई मायने में अलग है। इनडाइवर के चौफ मार्केटिंग ऑफिसर येगोर फेडोरोव ने कहा 2000 से अधिक ड्राइवरों के साथ, हमारा ऐप केवल शहर के भीतर ही काम करता है। वही इंडिया पीआर हेड पवित नंदा ने बताया कि हम लखनऊ में, लखनऊ केंद्र के चारों ओर 20 किलोमीटर के भीतर निकटतम उपनगर ले जा रहे हैं।