मुंबई : ठाणे जिले के उल्हासनगर में रहने वाली और यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर केरल के अर्नाकुलम जिले की जिलाधिकारी बनी प्रांजल पाटिल ने अपने पति सहित अपने शरीर के अंग दान करने की घोषणा की है, जिसके बाद अपने भाई की शादी में उल्हासनगर आयी प्रांजल पाटिल का पंजीकरण कर डॉक्टरों ने उसका हार्दिक स्वागत किया। ज्ञात हो कि उल्हासनगर कैंप चार में वी.टी.सी. ग्राउंड परिसर में रहने वाली प्रांजल, आकाशवाणी में कार्यरत एल.बी.पाटिल और ज्योति पाटिल की बेटी है। वह जन्म से नेत्रहीन नहीं थी लेकिन तीसरी कक्षा में पढ़ते समय लगभग आठ वर्ष की आयु में उसकी आँखों की ज्योति लुप्त होने लगी और इलाज करवाने के बावजूद वह नेत्रज्योति से वंचित हो गयी।
उसके नेत्रहीन होने पर उसके माता पिता बहुत दुखी हो गए लेकिन प्रांजल ने ठान लिया था कि वह अपनी पढ़ाई जारी रखेगी और उच्च शिक्षा प्राप्त कर बड़े अधिकारी के पद पर विराजमान होगी। उसका दृढ़ निश्चय देख उसके माता पिता काफी प्रभावित हुए और उसे उच्च शिक्षा दिलवाई। आख़िरकार नेत्रहीनों की श्रेणी में होने वाली यू.पी.एस.सी. की परीक्षा में वह उत्तीर्ण हुयी और सीधे जलधिकारी पद पर उसकी नियुक्त की गयी। अपने भाई निखिल की शादी में शरीक होने वह अपने पति कोमल सिंह पाटिल संग उल्हासनगर आयी, जहां उसने शहर के मुख्य डॉक्टरों को आमंत्रित किया और उनकी उपस्थिति में उसने अपने पति सहित अपने शरीर के अंग दान करने की घोषणा की और इसका पंजीकरण करवाया। प्रांजल के इस निर्णय पर डॉक्टरों ने पाटिल दंपति का स्वागत किया और बधाईयां प्रेषित की। इस अवसर पर डॉक्टर सतीश वह ने उन्हें अंगदान पंजीकरण का कार्ड दिया और उनके निर्णय की सराहना की है|