हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले रविवार को दो राजनीतिक सहयोगियों भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के बीच हुए वाकयुद्ध में दोनों ने एक दूसरे पर विश्वासघात के आरोप लगाए. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल ने कहा कि जो सत्ता में हैं, वे जल्द विपक्ष में होंगे.
सुखबीर बादल का इशारा मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में हरियाणा की भाजपा सरकार की ओर था. इसके बाद बादल पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने एक चुनावी बैठक में कहा कि अकाली दल हमारे पास चुनाव से पहले गठबंधन के लिए आया, लेकिन जैसे ही हमने उन्हें कहा कि सतलज यमुना लिंक (एसवाईएल) से हमारे हिस्से का पानी हमें दें, वे पीछे हट गए.
खट्टर ने कहा कि अगर वह पानी के बंटवारे के लिए मान गए होते, तो हम उन्हें सद्भावना के तौर पर दो-तिहाई विधानसभा सीटें दे देते.
हरियाणा बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल के बीच रिश्ते उस वक्त तनावपूर्ण हो गए जब बादल की पार्टी के अकेले विधायक बलकौर सिंह ने पार्टी बदल कर बीजेपी को चुन लिया. अब वह कालांवाली से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.