नई शिक्षण पद्धतियों पर शिक्षाविदों ने किया विमर्श
इण्टरनेशनल राउण्डटेबल कान्फ्रेन्स का दूसरा दिन
लखनऊ : सिटी मांटेसरी स्कूल, कानपुर रोड ऑडिटोरियम में चल रहे इण्टरनेशनल राउण्डटेबल कान्फ्रेन्स ‘एड लीडरशिप-2019’ का दूसरा दिन बहुत ही दिलचस्प रहा, जिसमें अमेरिका, सिंगापुर एवं देश के विभिन्न प्रान्तों से पधारे प्रख्यात शिक्षाविदों ने शिक्षा में सकारात्मक बदलाव पर गहन चर्चा-परिचर्चा की। यह परिचर्चा मुख्यतः स्ट्रेस-फ्री एजूकेशन पर केन्द्रित रही, जिसमें देश-विदेश के शिक्षाविदों ने अपने अनुभव बाँटते हुए बताया कि शिक्षा पद्धति में सकारात्मक बदलाव बच्चों को तनाव से बचाया जा सकता है। विदित हो कि ‘एड लीडरशिप-2019’ के अन्तर्गत देश-विदेश से पधारे लगभग 400 शिक्षाविद्, एक अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर विचार-विमर्श कर शिक्षा पद्धति को नया आयाम दे रहे हैं।
इससे पहले, परिचर्चा की शुरूआत मुख्य वक्ता के रूप में सी.एम.एस. की सुपीरियर प्रधानाचार्या एवं क्वालिटी एजूकेशन एण्ड इनोवेशन डिपार्टमेन्ट की हेड सुष्मिता बासु द्वारा ‘ए पैराडिम शिफ्ट’ विषय पर सारगर्भित अभिभाषण से हुई। इस अवसर पर फैजाबाद से पधारी जे.बी.एन.एस.एस. की फाउण्डर-डायरेक्टर मंजुला झुनझुनवाला ने ‘आल्टरनेटिव टु मेनस्ट्रीम एजूकेशन’ पर विचार व्यक्त किये तो वहीं दूसरी ओर अमेरिका से पधारी शिक्षाविद् मरियम मोटामेदी ने ‘वर्चयूज प्रोजेक्ट कोआर्डिनेटर’ विषय पर जबकि सिटी इण्टरनेशनल स्कूल, लखनऊ की प्रधानाचार्या अर्चना गौड़ ने ‘एजूकेशन फॉर हैप्पीनेस एण्ड वेल-बीइंग’ विषय पर अपने विचार व्यक्त किये।
अपरान्हः सत्र में राउण्डटेबल सम्मेलन के पांचवे सत्र में ‘टीचर ट्रेनिंग एण्ड क्रिएटिंग मीजरेबल चेन्ज’ विषय पर शिक्षाविदों के बीच गहन विचार-मंथन हुआ, जिसमें हैदराबाद से पधारी इंटीग्रल ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूट की डायरेक्टर सैयदा खतीजा ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार रखे। इसके अलावा, जी.ई.टी.आई की कोआर्डिनेटर जैनब मौली, अमेरिका से पधारे शिक्षाविद् जेम्स एवं मैरी पर्स एवं प्रो. तनू टंडन ने अपने विचार रखे। इसके अलावा, सायंकालीन सत्र में देश-विदेश से पधारे शिक्षाविदों के सम्मान में सांस्कृतिक संध्या एवं डांडिया नृत्य का आयोजन भी किया गया। यह अन्तर्राष्ट्रीय राउण्डटेबल सम्मेलन अपने सफल समाप्ति की ओर अग्रसर है और कल 12 अक्टूबर को यह सम्मेलन ‘पुरस्कार वितरण व समापन समारोह’ के साथ सम्पन्न हो जायेगा। इस अवसर पर शिक्षा जगत में अतुलनीय योगदान देने वाले देश-विदेश के प्रख्यात शिक्षाविदों को ‘इनोवेशन इन प्रोसेस रिसर्च फेलोशिप’ एवं ‘इनोवेटर अवार्ड’ प्रदान किये जायेंगे।