मुंबई : विधानसभा चुनाव को लेकर टिकट बंटवारे में अपनी उपेक्षा से नाराज चल रहे मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने दावा किया है कि मुंबई की तीन-चार सीटों को छोड़ महाराष्ट्र में पार्टी के सभी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो जाएगी। पार्टी ने उम्मीदवार तय करते समय उनके सुझावों को दरकिनार कर दिया। निरुपम ने कहा कि वह कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगे। निरुपम ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुंबई में कांग्रेस का टिकट जानबूझकर योग्य एवं सक्षम उम्मीदवारों को नहीं दिया गया है। वह मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं इसलिए उन्हें पता है कि कौन उम्मीदवार कितना ताकतवर है। कांग्रेस ने उम्मीदवार तय करते समय उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया।
निरुपम ने कहा कि वह तीन बार सांसद रह चुके हैं। पिछला लोकसभा चुनाव भी लड़ा है। कम से कम उनके संसदीय क्षेत्र की विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार तय करते समय पार्टी ने उनकी बात को महत्व दिया होता। वह जहां रहते हैं उस वर्सोवा विधानसभा सीट के लिए उन्होंने काबिल उम्मीदवार का नाम सुझाया था। इस बाबत महाराष्ट्र प्रभारी मल्लिकार्जुन खरगे और महासचिव माधवराव शिंदिया से भी बात की थी। लेकिन गुरुवार को उन्हें पता चला कि वर्सोवा सीट से जिस उम्मीदवार को उतारा गया है उसका पिछले पांच वर्षों से कोई जनसंपर्क नहीं है। निरुपम ने कहा कि जिस तरीके से मुंबई में कांग्रेस उम्मीदवार तय किए गए हैं, उससे पार्टी को विधानसभा चुनाव में कोई उम्मीद ही शेष नहीं रह गई है। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव की मतगणना 24 अक्टूबर को होगी और उसी दिन नतीजे भी आ जाएंगे।