लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि महात्मा गांधी की विरासत के बहाने अपनी सियासत चमकाने में भाजपा ने सभी नैतिक मूल्यों को तिलांजलि दे दी है। उन्होंने कहा कि गांधी जी का सम्पूर्ण जीवन सत्य-अहिंसा के लिए प्रतिबद्ध रहा। सादगी उनके जीवन का अंग थी। अखिलेश यादव ने कहा कि गांधी जी अपने विरोधी के प्रति भी प्रेमभाव रखते थे लेकिन भाजपा और उसके मातृ संगठन की तो पूरी राजनीति ही नफरत और साम्प्रदायिकता पर आधारित है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार दिल्ली से लखनऊ तक विपक्ष को अपमानित करने के लिए बदले की भावना से कार्रवाई करती है। यह लोकतांत्रिक नैतिकता के विरुद्ध है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि गांधी जी की 150वीं जयंती पर भाजपा गांधी जी के स्वदेशी व्रत पर निर्मम प्रहार निजीकरण को बढ़ावा देकर कर रही है। उन्होंने कहा कि अभी कल तक ही गांधी जी का नाम जपने वालों ने आज ही देश की पहली कारपोरेट ट्रेन तेजस को हरी झंडी दिखाकर साबित कर दिया है कि उनकी प्राथमिकता में गांव-गरीब नहीं लग्जरी जिंदगी जीने वाले पूंजी घरानों को खुशियां देना है। भाजपा निजीकरण को बढ़ावा देकर आरक्षण और सामाजिक न्याय के विरोध की राजनीति कर रही है।