बिहार में भारी बारिश के बाद पैदा हुए बाढ़ के हालात में लोग अबतक परेशान हैं। 27 से 30 सितंबर तक हुई मूसलाधार बारिश से 15 जिलों में बाढ़ की स्थिति है। पटना में पंप मंगवाकर पानी निकाला जाना शुरू हुआ है, लेकिन प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि गंदे पानी के बीच बीमारी फैलने की आशंका से वे लोग डरे हुए है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक शुक्रवार को भी भारी बारिश की चेतावनी है।
कंकड़बाग, राजेंद्र नगर और पाटलिपुत्र इलाके में बैंक, दुकानें, निजी अस्पताल और कोचिंग संस्थान सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और एक सप्ताह से बंद है। कई इलाकों में राहत और बचाव टीम ने जल जमाव से मुक्ति भी दिलाई है।
छत्तीसगढ़ से अधिक क्षमता वाले पंपों को मंगाया गया है ताकि पानी को अधिक गति से बाहर निकाला जा सके। पटना जिला प्रशासन द्वारा स्थापित व्हाट्सएप पर बहुत सारी शिकायतें भी आ रही हैं कि राहत-बचाव का कार्य बहुत धीरे हो रहा है।