सियासी गलियारे में सत्ता पक्ष या विपक्ष के बीच चाणक्य के रूप में मशहूर शरद पवार महाराष्ट के तीन बार के मुख्यमंत्री बने. महाराष्ट्र के सियासत की चर्चा हो और तीन बार के मुख्यमंत्री शरद पवार और एनसीपी की चर्चा करना जरूरी हो जाता है. आप कुछ दशक पीछे चलेंगे तो पता चलेगा कि एक बार इनके पीएम बनने की संभावना बनी थी लेकिन तब पी वी नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री बने और उन्हें रक्षामंत्री के पद से संतोष करना पड़ा था. शरद पवार राजनीति में कई दशकों से हैं और अब कुछ सालों से उनका परिवार आ गया है. परंपरागत सीट बारामती पर उनकी बेटी सुप्रिया सुले सांसद हैं.
शरद पवार ने अपनी किताब ‘अपनी शर्तों पर’ में अपने बचपन का एक किस्सा लिखा है. राजनीति अपनी मां से सीखी है. 12 दिसंबर 1940 को शरद पवार का जन्म हुआ. उस वक्त शरद पवार की मां पुणे महानगर पालिका बोर्ड में वरिष्ठ सदस्य थीं. उनके पिता गोविंदराव पवार बारामती के कृषक सहकारी संघ में काम करते थे. 15 दिसंबर 1940 को पुणे महानगर पालिका बोर्ड की एक महत्वपूर्ण बैठक थी. काफी विचार करने के बाद महज तीन दिन के शरद पवार को लेकर मीटिंग में उनकी मां पहुंची. सभी ने जोरदार स्वागत किया. शरद पवार ने पुणे विश्वविद्यालय से सम्बद्ध ब्रिहन महाराष्ट्र कॉलेज ऑफ कॉमर्स से अपनी पढ़ाई पूरी की.