नई दिल्ली : देश की पहली निजी ट्रेन नई दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस के यात्रियों को एक घंटा की देरी पर 100 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इतना ही नहीं ट्रेन के दो घंटे से अधिक विलंब से चलने पर यात्रियों को 250 रुपये लौटाए जाएंगे। रेलवे ने ट्रेन के परिचालन की जिम्मेदारी अपनी सहायक कंपनी भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) को सौंपी है। आईआरसीटीसी ने मंगलवार को बताया कि ट्रेन की यात्रा में निर्धारित समय से अधिक लगने पर यात्रियों को आर्थिक तौर पर नुकसान की भरपाई की जाएगी। इसके अलावा ट्रेन के यात्रियों को 25 लाख रुपये का नि:शुल्क बीमा भी दिया जाएगा। यात्रा के दौरान लूटपाट अथवा यात्री के सामान की चोरी आदि होने पर भी एक लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा।
नई दिल्ली और लखनऊ के बीच प्रस्तावित तेजस एक्सप्रेस को चार अक्टूबर को लखनऊ से हरी झंडी दिखाई जाएगी। ट्रेन की नियमित सेवा नई दिल्ली से पांच अक्टूबर और वापसी दिशा में लखनऊ से छह अक्टूबर से आम यात्रियों के लिए शुरू होगी। यह ट्रेन मंगलवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी। उत्तर रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने बताया कि रेलगाड़ी संख्या 82502 नई दिल्ली-लखनऊ (पूर्वोत्तर रेलवे) तेजस एक्सप्रेस की नियमित सेवा पांच अक्टूबर से प्रारम्भ होगी। यह रेलगाड़ी नई दिल्ली से दोपहर 03.35 बजे प्रस्थान करके उसी दिन रात्रि 10.05 बजे लखनऊ पहुंचेगी। वापसी दिशा में रेलगाड़ी संख्या 82501 लखनऊ-नई दिल्ली तेजस एक्सप्रेस छह अक्टूबर को लखनऊ से सुबह 06.10 बजे प्रस्थान करके उसी दिन दोपहर 12.25 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि एक एग्जीक्यूटिव वातानुकूलित कुर्सीयान और नौ वातानुकूलित कुर्सीयान के डिब्बों वाली नई दिल्ली- लखनऊ तेजस एक्सप्रेस रास्ते में कानुपर और गजियाबाद स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी।