सितंबर महीने की शुरुआत में कांग्रेस ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मांगों के सामने झुकते हुए अशोक तंवर को अध्यक्ष पद से हटा दिया था. पिछले 5 साल से राज्य कांग्रेस अध्यक्ष की कमान संभाल रहे अशोक तंवर के लिए पार्टी का यह कदम किसी बड़े झटके से कम नहीं था. छात्र राजनीति से इस पद पर पहुंचने वाले अशोक तंवर अब बागी तेवर अख्तियार किए हुए हैं और पार्टी के दिग्गज नेताओं पर जमकर हमला बोल रहे हैं.
अशोक तंवर का जन्म फरवरी 1976 को हरियाणा के झझ्झर जिले में हुआ. देश की सबसे नामी जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से अशोक तंवर ने पीएचडी की डिग्री पूरी की. जेएनयू में पढ़ाई के दौरान ही अशोक तंवर ने कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन कर लिया था. 1999 में अशोक तंवर एनएसयूआई के जनरल सेक्रेटरी चुने गए. इसके बाद अशोक तंवर एनएसयूआई और इंडियन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी बने.
अशोक तंवर ने अपना पहला चुनाव साल 2009 में लड़ा था. सिरसा से लोकसभा टिकट मिलने के बाद अशोक तंवर पहली बार संसद पहुंचे. 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले अशोक तंवर को बड़ी जिम्मेदारी देते हुए पार्टी ने राज्य अध्यक्ष बना दिया. अशोक तंवर को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है और उनके उपाध्यक्ष बनने के बाद ही अशोक तंवर को यह पद मिला था.