नवरात्र में घटस्थापन के दिन शिवसेना ने राजनीति में अपने लिए नया द्वार खोल दिया है। पार्टी से ठाकरे परिवार की नई पीढ़ी आदित्य को मुंबई की वर्ली विधानसभा से टिकट देना तय कर दिया है।

इस प्रकार बाला साहेब ठाकरे के समय से महाराष्ट्र की राजनीति को रिमोट कंट्रोल से चलाने वाला यह परिवार अब सीधे मैदान में नजर आएगा। हालांकि शिवसेना ने अभी अधिकृत घोषणा नहीं की है। मगर भाजपा से सीट बंटवारे की घोषणा के इंतजार के बीच उसने रविवार को अपने कुछ उम्मीदवारों को एबी फॉर्म बांटे।
एबी फॉर्म पार्टियों की तरफ से उन्हें दिए जाते हैं, जिन्हें वे चुनाव में उतारने या समर्थन देने वाली हैं। शिवसेना में सबकी नजर वर्ली सीट पर थी और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे आदित्य के नाम की घोषणा की। बताया जाता है कि वह दो या तीन तारीख को शक्ति प्रदर्शन के लिए अपनी उम्मीदवारी दाखिल करने जाएंगे। महाराष्ट्र में नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख चार अक्तूबर है।
आदित्य के राजनीति में सीधे उतरने की अटकलें लंबे समय से थीं और लोकसभा चुनाव में भी उन्हें टिकट मिलने की बातें हो रही थीं। मगर जब विधानसभा चुनाव से पहले वह महाराष्ट्र में जनआशीर्वाद यात्रा पर निकले तो तय हो गया था कि वह चुनाव लडे़ंगे।