कोलकाता : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आगामी एक अक्टूबर को राजधानी कोलकाता से सटे साल्टलेक के बी. जे. ब्लॉक पूजा मंडप का उद्धाटन करने वाले हैं। इसे लेकर विवाद गहराता जा रहा है। सूत्रों के अनुसार पूजा आयोजक सदस्य दो गुटों में बंट गए हैं। एक धड़ा अमित शाह के आने का विरोध कर रहा है जबकि दूसरा धड़ा इसके पीछे तृणमूल का राजनीतिक दबाव बता रहा है। विवाद को कम करने के लिए रविवार को पूजा आयोजकों ने एक बार फिर बैठक की और निर्णय लिया गया कि अमित शाह भाजपा के नेता के तौर पर नहीं बल्कि देश के गृहमंत्री के तौर पर दुर्गा पूजा का उद्घाटन करेंगे। दरअसल जिस बी.जे. ब्लॉक में दुर्गा पूजा का उद्घाटन करने के लिए अमित शाह आ रहे हैं वह विधाननगर नगर निगम के मेयर का आवासीय क्षेत्र है और वह वहीं से पार्षद भी हैं। राजनीतिक बवाल को बढ़ता देख रविवार को पूजा आयोजकों की बैठक हुई। इस बारे में पूजा कमेटी के सचिव अनिंदय सिन्हा राय ने कहा कि अमित शाह दुर्गा पूजा का उद्घाटन करने वाले हैं।
इस बारे में आयोजक मंडल के अधिकतर सदस्यों को अंधेरे में रखा गया। मीडिया में खबर आने के बाद बाकी लोगों को पता चला। तय हुआ था कि दो अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन अनाथ बच्चों के हाथों दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन कराया जाएगा। इधर पूजा कमेटी के आयोजक अध्यक्ष उमाशंकर घोष दस्तीदार ने कहा कि गृहमंत्री से दुर्गा पूजा का उद्घाटन कराने का निर्णय आयोजक मंडल के सभी सदस्यों के साथ बैठक के बाद लिया गया था। सबकी सहमति से अमित शाह के उद्घाटन पर सहमति बनी थी जिसके बाद उन्हें आमंत्रित भी किया गया था और आमंत्रण कार्ड भी छपवाया गया था। अब केवल राजनीतिक वजह से इस मामले में टालमटोल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रविवार को जो बैठक हुई है उसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय ले लिया गया है कि देश के गृह मंत्री के तौर पर अमित शाह पूजा का उद्घाटन करेंगे। उमाशंकर एक कारोबारी हैं और भाजपा के बहुत करीबी माने जाते हैं।