मुख्यमंत्री ने श्रीकाशी विश्वनाथ नयति आरोग्य मंदिर का किया उद्घाटन
वाराणसी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विश्व की प्राचीनतम नगरी काशी की पहचान श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से है। इसके साथ ही यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कर्मभूमि भी है। शारदीय नवरात्रि के अवसर पर आरोग्य मंदिर का शुभारम्भ करना एक नेक पहल है। मुख्यमंत्री ने रविवार को नयति हेल्थ केयर द्वारा संचालित (मोबाइल अस्पताल) श्री काशी विश्वनाथ आरोग्य मंदिर का उदघाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने लोगों को शारदीय नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस आरोग्य मंदिर के शुरू होने के बाद मंदिर में आने वाले श्रद्धालु एवं स्थानीय लोगों को प्राथमिक चिकित्सा सुविधा एवं आकस्मिक सेवा उपलब्ध हो सकेगी। मंदिर ट्रस्ट की यह पहल सराहनीय है।
मुख्यमंत्री ने श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में किया दर्शन पूजन
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने श्री काशी विश्वनाथ को चढ़ाए गए फूल-माला से बनी अगरबत्ती श्रद्धालुओं को समर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बाबा का चढ़ाए हुए माला-फूल का सदुपयोग नहीं हो पाता था, उसको उपयोग में लाने के लिए आईटीसी कंपनी द्वारा इस निर्माल्य (श्री काशी विश्नाथ को चढ़ाया गया फूल और माला) से अगरबत्ती का निर्माण किया जा रहा है। भविष्य में इस निर्माल्य से धूप और इत्र भी बनाने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह अगरबत्ती बनाने वाली चंदौली की मातृशक्ति महिलाओं को स्वावलम्बी बनने की प्रेरणा देता है।
श्री काशी विश्वनाथ आरोग्य मंदिर में ये होंगी सुविधाएं
काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर 4 पर स्थित इस आरोग्य मंदिर में चिकित्सक, नर्स, टेक्नीशियन, पैरामेडिकल स्टाफ की 25 सदस्यों वाली टीम मौजूद रहेगी। आरोग्य मंदिर में मरीजों की आपात स्थिति के लिए डीफिब्रिलेटर और ईसीजी के अलावा मेडिकल टेस्ट जैसे एसजीओटी, एसजीपीटी, क्रिएटिनिन, कोलेस्ट्रॉल ट्राइग्लिसराइड्स, मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड आदि की जांच के लिए लैब सुविधा भी मौजूद है। इसके अलावा डॉक्टर की सलाह अनुसार निशुल्क दवाइयां भी प्रदान की जाएंगी। वहीं गंभीर रूप से अस्वस्थ रोगियों को स्थिर करने के बाद जिला अस्पताल या बीएचयू शिफ्ट किया जाएगा।