कोलकाता : भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पश्चिम बंगाल के दौरे पर आए जगत प्रकाश नड्डा ने प्रदेश नेताओं को दो टूक शब्दों में कह दिया है कि पार्टी में नए और पुराने नेताओं को एक साथ लेकर चलना होगा। दरअसल शुक्रवार को ही नड्डा कोलकाता आ गए थे। उन्हें जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 को निष्प्रभावी करने को लेकर एक परिचर्चा को सम्बोधित करना था। उसके बाद शनिवार को उन्होंने राज्यभर में राजनीतिक हिंसा में मारे गए पार्टी कार्यकर्ताओं के नाम तर्पण किया। इन दो दिनों के बीच उन्होंने कई दौर की बैठकें पार्टी नेताओं के साथ की है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक राजारहाट के जिस होटल में नड्डा ठहरे हुए थे, वहां प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष, प्रभारी कैलाश विजवर्गीय, शिव प्रकाश, सह प्रभारी अरविंद मेनन, सांगठनिक महासचिव सुब्रत चटर्जी, वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय, राहुल सिन्हा समेत अन्य शीर्ष नेताओं को लेकर उन्होंने अलग से बैठक की है। राज्य भर में भाजपा की वास्तविक स्थिति को लेकर विस्तार से चर्चा हुई है।
लोकसभा चुनाव के बाद पश्चिम बंगाल में पार्टी की मजबूती और अधिक बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग सत्तारूढ़ तृणमूल माकपा और कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए हैं। तृणमूल से कुछ ऐसे भी लोग भाजपा में आ गए हैं जो तृणमूल में रहने के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के जानी दुश्मन थे। इसलिए विगत कई महीनों से पार्टी के विभिन्न क्षेत्रों में नए और पुराने भाजपा कर्मियों के बीच मनमुटाव संघर्ष और टकराव की खबरें सुर्खियां बनती रहती हैं। इसे लेकर जेपी नड्डा ने चिंता जताई। उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को स्पष्ट कर दिया कि अगर नेतृत्व देना है तो नए और पुराने लोगों को एक साथ समन्वय बनाकर चलना होगा। उन्होंने कहा कि यह तय है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा की सरकार होगी लेकिन इसके लिए फूंक-फूंक कर कदम रखना होगा। दुर्गा पूजा के दौरान व्यापक जनसंपर्क का निर्देश दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि दुर्गा पूजा बंगालियों का सबसे बड़ा उत्सव है और पार्टी को इस उत्सव को जनसंपर्क के तौर पर इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने पार्टी के नेताओं को अपने अपने क्षेत्रों में पूजा के बहाने लोगों से जनसंपर्क बढ़ाने का सुझाव दिया है।
केंद्र के कार्यों का करना होगा प्रचार
जेपी नड्डा ने 2021 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्र सरकार के कार्यों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने और प्रचार-प्रसार पर जोर दिया है। भाजपा की ओर से गत छह जुलाई से 20 अगस्त तक सदस्यता अभियान चलाया गया है। इसकी भी सफलता के बारे में नड्डा ने रिपोर्ट ली है। पार्टी के शीर्ष नेताओं को उन्होंने विशेष जिम्मेदारियां भी सौंपी है। एक-एक नेता को राज्य के कम से कम 10 से 15 बूथों की निगरानी की जिम्मेदारी दी गई है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक आगामी एक अक्टूबर को कोलकाता आ रहे अमित शाह भी राज्य भर में पार्टी की स्थिति का जायजा लेंगे। उसके लिए भी नड्डा ने विशेष निर्देश देकर तैयारियां पूरी रखने को कहा है।