मध्य प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला देने वाले हनीट्रैप कांड मामले में पुलिस की गिरफ्त में 19 वर्षीय छात्रा मोनिका यादव को पुलिस सरकारी गवाह बना सकती है. ऐसे में अगर मोनिका की जमानत होती है तो उसकी सुरक्षा के लिए पुलिस प्रोटेक्शन भी दी जा सकती है. मोनिका ने SIT के सामने ब्लैकमेलिंग गैंग से जुड़े कई राज खोले हैं, यही नहीं छात्रा के पिता की शिकायत पर मामले की मुख्य आरोपी आरती दयाल पर मानव तस्करी का भी मामला दर्ज किया गया है.
बता दें मोनिका यादव को लेकर सोमवार को इंदौर पुलिस भोपाल बाइपास स्थित सागर लैंडमार्क सोसाइटी पहुंची थी, जहां प्लैट नंबर 112 में मोनिका किराए पर रहती थी. यहां पहुंचने पर मोनिका रो पड़ी, वहीं मीडिया को देखकर पुलिस ने फ्लैट का ताला नहीं खोला और मोनिका को वापस लेकर चली गई. पुलिस के मुताबिक, मोनिका पिछले 4 महीने से इस फ्लैट में रह रही थी, मोनिका को आरती दयाल ने रूम पार्टनर बनाया था.
बता दें हनीट्रैप मामले में पकड़ी गईं महिलाओं के मोबाइल और लैपटॉप से कई अश्लील वीडियो मिले हैं, जिनमें एक पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद समेत कुछ अधिकारियों के वीडियो हैं. पुलिस को शक है कि अन्य ठिकानों पर भी अश्लील वीडियो छिपाए हुए हैं.
सूत्रों के अनुसार पकड़ी गई पांच युवतियों के पास से 150 से ज्यादा रसूखदारों के नंबर मिले हैं. हनीट्रैप गैंग अपने एनजीओ और कंपनी के जरिए कई नेता, अधिकारी और बड़े कारोबारियों के संपर्क में थी. युवतियों ने तीन साल में ब्लैकमेलिंग से करोड़ों की प्रॉपर्टी बना ली है. सूत्रों के मुताबिक इनमें से कुछ के तार बीजेपी से तो कुछ के कांग्रेस से जुड़े हैं.