नई दिल्ली : कारोबारी मोर्चे पर भारत और अमेरिका के थोड़े तल्ख रिश्तों के बीच ह्यूस्टन में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान ऐसा ताना-बाना बुना कि सभी को अपना मुरीद बना लिया। संभावना थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मौके पर भारत-अमेरिका कारोबारी रिश्ते की पेचीदगियों को सुलझाने की कोशिश करेंगे। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-अमेरिका संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों देशों का रिश्ता एक नये मुकाम की तरफ बढ़ रहा है।
दुनिया के दो सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश कदम-से-कदम मिलाकर चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं। इसी दौरान उन्होंने कहा कि `ह्यूस्टन से हैदराबाद तक, बॉस्टन से बेंगलुरू तक, शिकागो से शिमला तक। लॉस एंजेलिस से लुधियाना तक, न्यू जर्सी से नई दिल्ली तक, लाखों लोग टीवी से चिपके हुए हैं। हालांकि भारत में संडे की देर रात हो चुकी है। दुनिया भर में लाखों लोग हमारे साथ हैं। दुनिया इतिहास बनते देख रही है। आज हम यहां नई हिस्ट्री और केमिस्ट्री बनते देख रहे हैं। एनआरजी की एनर्जी भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती सिनर्जी की गवाह है।’