कोलकाता : अक्टूबर महीने की प्रथम सप्ताह से शुरू हो रहा बंगाल का सांस्कृतिक उत्सव दुर्गा पूजा के दौरान राजनीतिक पार्टियों को जनता से सीधा संपर्क स्थापित करने का अवसर मिलता है जिसे हर पार्टी बढ़़ चढ़कर भुनाती है। इस बार राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस पूजा के दौरान पंडालों के पास लगने वाली शिविर में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की किताबों को रखने की योजना बनाई है। पार्टी की ओर से बताया गया है कि सीएम ने अब तक कुल 88 किताबें लिखी है। इन सभी किताबों को बुक स्टॉलों पर रखा जाएगा। सीएम की किताबें मूल रूप से नई पीढ़ी को समर्पित हैं। कुछ किताबें महज केंद्र के विरोध में लिखी गई हैं। इन सभी को पार्टी की ओर से पूजा के समय लोगों के बीच रखा जाएगा। इसे लेकर पार्टी की ओर से प्रत्येक विधायक को एक चिट्ठी दी गई है। इसमें तीन बातों पर जोर दिया गया है। एक इलाके के पूजा पंडालों में बुक स्टॉलों की संख्या बढ़ानी होगी। दूसरी उन स्टॉलों पर ममता बनर्जी की लिखी किताबों को लोगों के बीच उपलब्ध कराना होगा।
तीसरी मुख्यमंत्री की किताबों की बिक्री भी बढ़ानी होगी। सांसदों को भी इसी तरह की चिट्ठी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से दी गई है। इसमें उन किताबों की सूची भी बनाई गई है जिन्हें अधिकतर स्टॉलों पर रखा जाना है। इसमें सिंगूर, नंदीग्राम आदि आंदोलनों के अलावा केंद्र के खिलाफ सीएम की किताबों को विशेष तौर पर उल्लेखित किया गया है। इसके साथ ही कहा गया है जन संपर्क के लिए इन किताबों के जरिए सीएम के संघर्षों के बारे में भी लोगों को बताना होगा। दूसरी तरफ भाजपा भी पूजा के दौरान अधिक से अधिक लोगों के बीच पैठ बढ़ाने की कोशिशों में जुटी हुई है। विभिन्न दुर्गा पूजा पंडालों में भाजपा का भी स्टॉल होगा जहां भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी की किताबों को रखा जाएगा। इसके अलावा विगत आठ सालों में केंद्र सरकार की उपलब्धियों की किताबें भी लोगों के लिए रखी जाएंगी।