गाजियाबाद में सनातनी बलिदानियों के लिए तर्पण-एक महाश्राद्ध का आयोजन
गाजियाबाद : पूर्व केंद्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने रविवार को यहां कहा कि धर्म और राष्ट्र के लिये बलिदान देने वाले ही हमारे वास्तविक नायक हैं। हमें उनके बलिदान को किसी भी सूरत में भूलना नहीं चाहिए। मनोज सिन्हा प्रीतम फार्म गोविंदपुरम में श्राद्ध पक्ष के अंतिम रविवार को शहीद मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान के तत्वावधान में सनातनधर्मियों का तर्पण करने के लिये आयोजित ‘तर्पण एक महाश्राद्ध’ कार्यक्रम के बाद सनातन धर्म चिंतन सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में मनोज सिन्हा ने कहा कि हम सबके लिये गर्व और सौभाग्य की बात है कि हमने सनातन धर्म और भारत राष्ट्र में जन्म लिया। हम विश्व के सर्वाधिक प्रकाशवान इतिहास के उत्तराधिकारी हैं। सनातन धर्म की महान परम्पराओं ने हमें सत्य और न्याय की रक्षा करना सिखाया है और भारतवर्ष की मिट्टी ने हमको धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिये मर मिटने का जज्बा दिया है। हमारे करोड़ों सनातनधर्मी भाइयों ने आज तक हमारे लिये अपने प्राणों का बलिदान किया है और उन्हीं के बलिदानों के कारण आज हम जीवित और आजाद हैं। वास्तव में धर्म और राष्ट्र की रक्षा के लिये बलिदान देने वाले ही हमारे वास्तविक नायक हैं। समय-समय पर उनका स्मरण करना और उन्हें श्रद्धासुमन समर्पित करना हमारा धार्मिक व राष्ट्रीय कर्तव्य है।
सम्मेलन में विचारक पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि मोदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के कलंक को हटाकर अमर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी है। पहली बार देश में ठोस निर्णय लेने वाली सरकार है जो अमेरिका, रूस, यूरोप और इस्लामिक देशों के साथ देश के स्वाभिमान से समझौता किये बगैर अपनी शर्तों पर काम कर रही है। यह केवल शुरुआत है, सरकार को अभी बहुत कुछ करना है पर इसके लिये हम सबको प्रयास करने पड़ेंगे क्योंकि देश केवल किसी सरकार या राजनैतिक दल का नहीं बल्कि हमारा है। यहां सरकार और राजनैतिक दल ठीक से कार्य करें, यह देखना भी हमारी ही जिम्मेदारी है। सम्मेलन में जन संख्या नियंत्रण कानून के लिये पूरे देश की यात्रा करने वाले राष्ट्र निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेश चव्हाणके का अभिनन्दन किया गया। सम्मेलन में भीलवाड़ा से आये ओज के कवि योगेंद्र शर्मा, श्रीमती पल्लवी त्रिपाठी, संदीप वशिष्ठ, चेतन नितिन खरे, देवेंद्र प्रताप सिंह ‘आग’ और शुभम मंगला ने अमर बलिदानियों को समर्पित अपनी कविताएं श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत की। कार्यक्रम में पिछले 13 सौ से अधिक वर्षों में मोहम्मद बिन कासिम से लेकर आज तक विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा मारे गए सभी बलिदानियों का तर्पण किया गया। वरिष्ठ समाजसेवी वीर सिंह त्यागी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।