लखनऊ : प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने शनिवार को उत्तर प्रदेश में रिक्त विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उप चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर दी। इसके साथ ही राजनीतिक पार्टियां भी सक्रिय हो गई हैं। प्रदेश के सहारनपुर जिले की गंगोह सीट, रामपुर जिले की रामपुर सदर सीट, अलीगढ़ जिले की इगलास सीट, लखनऊ जिले की लखनऊ कैण्ट सीट, कानपुर नगर की गोविन्दनगर सीट, चित्रकूट जिले की मानिकपुर सीट, प्रतापगढ़ जिले की प्रतापगढ़ सदर सीट, बाराबंकी जिले की जैदपुर सीट, अम्बेडकरनगर जिले की जलालपुर सीट, बहराइच जिले की बलहा सीट, मऊ जिले की घोसी सीट पर उपचुनाव होने है। इनमें से इगलास, जैदपुर, बलहा सीटें सुरक्षित हैं।
आज जारी हुए चुनाव कार्यक्रम के अनुसार 23 सितम्बर को अधिसूचना जारी की जाएगी। 30 सितम्बर तक नामांकन प्रक्रिया चलेगी, इसकी जांच एक अक्टूबर को, नाम वापसी तीन अक्टूबर तक होगी। इसके बाद 21 अक्टूबर को मतदान होगा और 24 अक्टूबर को मतगणना होगी। चुनावी कार्यक्रम की घोषणा होते ही सपा, बसपा और भाजपा के कार्यालयों पर हलचल तेज हो गई। बसपा के कार्यालय पर टिकट प्राप्त कर चुके नेताओं के समर्थकों और कॉर्डिनेटरों के वाहनों की कतार लगने लगी। उपचुनाव की अग्रिम रणनीति के लिए बसपा अपने उम्मीदवारों को हर सम्भव मदद करती रही है।
भाजपा के प्रदेश मुख्यालय पर संगठन नेतृत्व ने संजय सेठ, हरीश द्विवेदी, मेनका गांधी, बालकुमार पटेल, रमापति राम त्रिपाठी, नीरज शेखर, अशोक बाजपेयी समेत नये पुराने नेताओं को बुलाया है। इसके कारण प्रदेश मुख्यालय पर वाहनों का तांता लग गया है। ऐसी ही स्थिति समाजवादी पार्टी कार्यालय की भी देखी गई है, जहां पर प्रदेश स्तर के नेताओं से मिलने के लिए जिलों से आये नेताओं की ही कतार लगनी शुरू हो गई है। हालांकि कांग्रेस कार्यालय पर वैसी भीड़ नहीं दिखी।