लखनऊ : इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ‘तीर्थाटन-पर्यटन और क्षेत्रीय विकास’ विषय पर हिन्दुस्थान समाचार बहुभाषी न्यूज एजेंसी के उत्तर प्रदेश विकास संवाद-2 कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पूर्वी उप्र क्षेत्र के क्षेत्रीय धर्म जागरण प्रमुख अभय कुमार जी ने मुख्य वक्ता के रूप में कहा कि विकास की परिभाषा तय होनी चाहिए। किसी भी देश के विकास के अपने पैमाने होते हैं लेकिन भारत के पास अपना कोई पैमाना नहीं है। भारत को विकास का अपना पैमाना तय करना चाहिए, तभी भारत खड़ा होगा और यहां के लोग उसे मानेंगे। भारत में विकास का प्रधान तत्व भौतिक हो गया है, जबकि देश में विकास का पैमाना मोक्ष था। जो शिक्षा मोक्ष नहीं करती वह शिक्षा नहीं है। जो देश के लिए लड़ेगा, वह सब मोक्ष के सापेक्ष बनेगा।
उन्होंने कहा कि तीर्थाटन ही मोक्ष सापेक्ष है, पर्यटन नहीं। तीर्थाटन मनोरंजन का केंद्र नहीं होना चाहिए। तीर्थयात्री से धन उगाही के माध्यम का भाव नहीं था भारत में। भारत का सम्पूर्ण विकास मोक्ष के सापेक्ष था। काशी में काशी नरेश का राज्य था, लेकिन अन्य राजाओं के भी किले बने हुए हैं, अन्य राजाओं का उद्देश्य मोक्ष प्राप्त करना था। यही मोक्ष के सापेक्ष विकास है। तीर्थाटन की मूल प्रकृति बचा रहे, इसका ध्यान रखना होगा। इस अवसर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में राज्य सभा सांसद एवं हिन्दुस्थान समाचार एजेंसी के अध्यक्ष आरके सिन्हा ने मुख्यमंत्री को अंगवस्त्र, समृति चिन्ह और तुलसी का पौधा भेंट किया।