महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे को लेकर ही नहीं बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे की भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) में संभावित एंट्री पर भी शिवसेना नाराज है. शिवसेना के वरिष्ठ नेता और गृह राज्य मंत्री दीपक वसंत केसरकर ने कहा है कि बीजेपी नारायण राणे को पार्टी में लेने की जोखिम न उठाए. 2005 मे शिवसेना छोड़ने वाले राणे ने 2017 में कांग्रेस को भी अलविदा कहकर ‘महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष’ नामक पार्टी बना चुके हैं. नजदीकियां बढ़ने पर बीजेपी उन्हें 2018 में राज्यसभा भेज चुकी है. हालांकि शिवसेना के विरोध के कारण अब तक बीजेपी में उनकी एंट्री नहीं हो सकी है. जबकि नारायण राणे काफी समय से अपनी पार्टी के बीजेपी में विलय की कोशिशों में जुटे हैं.
नारायण राणे विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पार्टी ‘महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष’ के बीजेपी के साथ विलय की बात कह चुके हैं. गुरुवार को राणे ने सावंतवादी में समर्थकों की मीटिंग बुलाई. बाद में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, “मैने बीजेपी में शामिल होने के कारणों को लेकर समर्थकों से बातचीत की. समर्थक फैसले के साथ हैं. मैं यह नहीं जानता कि किस दिन मेरी बीजेपी में एंट्री हो पाएगी, मगर अगले आठ दिनों में जरूर होगी.”