राज्यपाल ने अवध विवि के दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को दिए गोल्ड मेडल
अयोध्या : प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि समाज की समस्याओं, बीमारियों के पीछे कारणों का समाधान विश्वविद्यालयों में होना चाहिए। हम पढ़े लिखों का कुछ दायित्व भी समाज के प्रति है। सभी विश्वविद्यालय व कॉलेज 5-10 गांवों को गोद ले। गोद लिए गांव में एक भी बच्चा अनपढ़ नहीं रहना चाहिए। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल गुरुवार को स्वामी विवेकानन्द सभागार में डॉ. राममनोहर अवध विश्वविद्यालय के 24वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुईं। पर्वतारोही अरुणिमा सिन्हा को मानद उपाधि प्रदान किया गया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किये। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में पढ़ रही सभी छात्राओं का हीमोग्लोबिन चेक होना चाहिए। विश्वविद्यालय में पढ़ रही छात्राओं का हीमोग्लोबिन 7-8 ग्राम होता है। जब यही छात्राएं विवाह करके बच्चे को जन्म देती हैं तो वो बच्चे स्वस्थ नहीं होते। सरकार इन गर्भवती महिलाओं पर पैसे खर्च रही है लेकिन सकारात्मक परिणाम नहीं आ रहे। समय-समय पर हीमोग्लोबिन चेक करवाते रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की खराब सेहत चिंता का विषय है।
समारोह में कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित, कुलसचिव रामचन्द्र अवस्थी सहित विभागों के विभागाध्यक्ष, संकायाध्यक्ष, निदेशक विश्वविद्यालय सभा के सदस्य, कार्यपरिषद् के सदस्य तथा विद्यापरिषद् के सदस्य शामिल हुए। दीक्षांत समारोह शोभा यात्रा की शुरुआत विश्वविद्यालय के कौटिल्य प्रशासनिक भवन से हुई। शोभा यात्रा का संचालन प्रो. अशोक शुक्ला ने किया। कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने अतिथि स्वागत एवं प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के पश्चात् दीक्षा उपदेश देकर उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को उपाधि ग्रहण कराई। दीक्षांत समारोह में कुल 106 स्वर्ण पदक, जिसमें 26 कुलपति स्वर्णपदक, 63 कुलाधिपति स्वर्णपदक तथा दान स्वरूप पदक के रूप में 17 स्वर्णपदक दिये गये।
दीक्षांत समारोह में कुल 719 स्नातक, परास्नातक एवं पीएचडी उपाधि छात्रों को दी गई। दीक्षांत समारोह का मुख्य आकर्षक परिधान भी रहा। इसमें पुरुष परिधान में सफेद कुर्ता एवं सफेद पायजामा तथा महिला परिधान में सफेद कुर्ता एवं सफेद सलवार अथवा लाल बार्डर की साड़ी पहनकर छात्र-छात्राएं शामिल हुईं। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया। समारोह में आकर्षण का केन्द्र जिले के ग्रामीण क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय एवं माध्यमिक विद्यालय के लगभग 25 छात्र-छात्राएं रही, जिन्हें राज्यपाल पटेल ने सम्मानित किया।